![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgBR_tN6koxmVTklOARArbGsIeadoaKnvqVX1YmAI7DdVZV50CPU51uZtmGcx3PfwKspOJhm_wEC1OJEv4P9wESo1LB03Q8qnil44w5MKVCKmZWe_6W2N9l9Ka9EQMXGjHEXkTLC-JCQMY/s1600/55.png)
केंद्र सरकार ने तीन सदस्यीय चुनाव आयोग में वरिष्ठ आयुक्त एके ज्योति का नाम अगले मुख्य चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्ति के लिए राष्ट्रपति की मंज़ूरी को भेजा था। राष्ट्रपति ने सरकार की सिफारिश पर दस्तखत कर दिए हैं। अब ज्योति ही राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव कराएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में ज्योति का पहला चुनाव राष्ट्रपति पद के लिए कराएंगे।
जानिए, कौन है अचल कुमार ज्योति
64 वर्षीय ज्योति गुजरात के मुख्य सचिव रह चुके हैं। वह जनवरी 2013 में गुजरात के मुख्य चुनाव आयुक्त के पद से रिटायर हुए थे। उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। ज्योति 7 मई 2015 को तीन सदस्यीय चुनाव आयोग में नियुक्त किया गया था। वह 1975 बैच के गुजरात कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। वह 65 वर्ष की आयु तक मुख्य चुनाव आयुक्त के पद पर रहेंगे। अचल कुमार ज्योति 1999 में कांडला पोर्ट ट्रस्ट के चेयरमैन और वर्ष 2004 में सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर भी रह चुके हैं। ज्योति का जन्म 23 जनवरी 1953 में हुआ था। बतौर मुख्य चुनाव आयुक्त उनका कार्यकाल 3 साल का होगा।
ऐसा इसलिए क्योंकि 3 साल बाद ज्योति 65 वर्ष के हो जाएंगे। उल्लेखनीय है कि मुख्य चुनाव आयुक्त की उमर 65 के अंदर ही होनी चाहिए। चुनाव आयोग में कार्यकाल 6 वर्ष का होता है। तीन सदस्यों वाली बॉडी में ज्योति के बाद अब दो और इलेक्शन कमिश्नर्स को चुना जाना है।