आनंद ताम्रकार/बालाघाट। उचित मूल्य की दुकानों से बीपीएल सूची में दर्ज नागरिकों एवं छात्रावासों व शासकीय योजनाओं के तहत उपयोग किए जाने के लिए कीड़ों से भरा हुआ चावल भेजा जा रहा है। बालाघाट से जुलाई माह के द्वितीय सप्ताह में विदिशा भेजी गई चावल की रैक जिसमें 26 हजार मैटिक टन, 52 हजार बोरी चावल भरा था। चावल में जीवित कीड़े पाये जाने पर नागरिक आपूर्ति निगम के विदिशा स्थित जिला प्रबंधक ने भेजा गया चावल रिजेक्ट करते हुये उसको वितरण करने से इंकार कर दिया है। जिसकी सूचना आपूर्ति निगम के मुख्यालय को प्रेषित कर दी गई है।
यह उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व गत वर्ष विदिशा भेजा गया 2 रैक चावल अमाकन होने से उसके वितरण पर रोक लगा दी गई थी। मुख्यालय से इस संबंध में निर्देश दिये गये है की भेजा गया चावल की जगह मानक स्तर का चावल भेजा जाये। बालाघाट जिले में गोदामों में भण्डारित चावल में कीट प्रकोप होने की पुष्टि आपूर्ति निगम के महाप्रबंधक श्री राजीव निगम एवं उनके साथ आये जांच दल ने भी गोदामों के निरीक्षण के दौरान चावल के नमूने के परीक्षण उपरांत की गई है।
भण्डारन किये जाने वाले चावल पर नियमानुसार कीट व्याधी से सुरक्षित रखे जाने हेतु आवश्यक औषधि उपचार ना करने से चांवल में कीट व्याधी हो गई है। इस प्रकार चावल के रखरखाव में लापरवाही बरतने तथा अमानक स्तर का चावल खरीदने के कारण शासन को आर्थिक क्षति पहुचाने की कवायद की जा रही है जिसमें आपूर्ति निगम के अधिकारी, राईस मिलर्स शामिल है।