भोपाल। इस तरह के धमकी भरे बयान यदि कोई मंत्री किसी तृतीय श्रेणी कर्मचारी को भी देता तो कर्मचारी संगठन हड़ताल का ऐलान कर चुके होते परंतु यहां तो कुछ अजीब ही हो गया। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टरों को धमकी दी है कि यदि अविवादित नामांतरण और सीमांकन का एक भी मामला पेंडिंग मिला तो कलेक्टर को उलटा टांग दूंगा। दोबारा कलेक्टरी करने लायक नहीं रहेंगे। आईएएस एसोसिएशन की तरफ से इस बारे में अभी तक कोई अधिकृत बयान जारी नहीं हुआ है। सीएम ने यह बात शनिवार को भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति बैठक में दिया था।
बैठक में दमोह के राजेंद्र गुरु ने यह मामला उठाया था कि राजस्व मामले हल करने की व्यवस्था ठीक करें। इससे पहले सीएम ने किसान आंदोलन पर ‘नायक’ फिल्म का उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस ने षडयंत्र और आगजनी करके मेरी सरकार गिराने की कोशिश की लेकिन, वह सफल नहीं हो सकी। बाथरूम में कीड़ा दिख जाए तो उसे लकड़ी से उठाकर अलग कर देता हूं, क्या मैं किसानों को गोली मरवा सकता हूं? मैं इतना संवेदनशील हूं यह कहना नहीं चाहता था। इसलिए हमें नीचा देखने की जरूरत नहीं। कोई सवाल-जवाब करे तो मुंह पर जवाब दें। डिबेट करें।
सीएम शिवराज सिंह ने बताया कि उपवास के दिन मंदसौर के मृतक किसान के परिजनों को मैंने नहीं बुलाया था। मुझे तो पता ही नहीं था। किसान आंदोलन और उसके बाद मैंने किसानों के लिए जो फैसले किए उससे मुख्य सचिव और कलेक्टरों की हवाइयां उड़ रही थीं कि अब मैं नया क्या घोषित करने वाला हूं। सीएम तीन माह पहले मोहनखेड़ा में हुई बैठक में भी जिला प्रशासन के विरुद्ध सख्ती के संकेत दे चुके थे।