नई दिल्ली। भारत के रेल मंत्रालय ने एक अनूठा फैसला लिया है। स्कूल-कॉलेजों में पढऩे वाले विद्यार्थियों को रेल मंत्रालय ने फ्री यात्रा सुविधा देने का ऐलान कर दिया है। इस संबंध में रेलवे मंत्रालय द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं। नए निर्देशों के अनुसार रेलवे 12वीं कक्षा तक के लडक़े और ग्रेजुऐशन तक की लड़कियों को फ्री एमएसटी (मासिक सीजन टिकट) की सुविधा दे रही है। रेलवे द्वारा दूर-दराज क्षेत्रों में पढऩे वाले विद्यार्थियों को 150 किलोमीटर तक यह सुविधा दी जाएगी।
रेलवे की यह सुविधा सरकारी व मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थाओं के लिए है। इससे पूर्व जो स्टूडेंट एमएसटी बनवाकर यात्रा करते थे, तो उन्हें आधा किराया (सामान्य जाति वालों के लिए) और एक चौथाई किराया (आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों के लिए) देने का प्रावधान था। रेल मंत्रालय द्वारा जारी नए निर्देशों के अनुसार स्कूल-कॉलेजों में पढऩे वाले विद्यार्थियों का एमएसटी पास फ्री बनाया जाएगा। जिसमें 12वीं कक्षा तक के लडक़े व ग्रेजुऐशन तक लड़कियों को यह सुविधा दी जाएगी। विद्यार्थियों का बनाया जाने वाला एमएसटी पैसेंजर ट्रेनों के साथ-साथ मेल ट्रेन के सेकेंड क्लास में मान्य होगा। सुपर फास्ट ट्रेनों व स्लीपर क्लास में पास मान्य नहीं होगा।
एमएसटी के लिए जारी निर्देशों के अनुसार पहले विद्यार्थी को स्कूल प्राचार्य के पास से फॉर्म लेकर उसे भरकर जमा करवाना होगा। उसके बाद विद्यार्थी को स्कूल द्वारा एफिलेशन लेटर, अथॉरिटी लेटर, अंडरटेकिंग फार्म दिया जाएगा। ये फार्म रेलवे काउंटर पर जमा करवाना होगा। विद्यार्थियों के दो पहचान पत्र बनेंगे। यात्र के दौरान उसे दो पहचान पत्र रखने होंगे। एक स्कूल-कॉलेज का और दूसरा रेलवे द्वारा जारी किया गया पास।
अगर विद्यार्थी के पास सफर के दौरान अपने दोनों पहचान पत्र हैं, तो वह पास मान्य माना जाएगा। बिना आइडी के पास को मान्य नहीं माना जाएगा। रेलवे द्वारा दी जाने वाली पास विद्यार्थियों के लिए एक माह के लिए ही वैध होगी। दोबारा उसे जारी करवाना होगा।