रमज़ान खान/दमोह। इंदौर-जबलपुर ट्रेन नंबर 11702 दो में बम रखे होने की सूचना 100 डॉयल को किसी मोहन द्वारा दी गई थी। जिससे दमोह पहुंची ट्रेन को आरपीएफ, स्थानीय पुलिसबल व डॉग स्कावड द्वारा चेक तो सूचना गलत साबित हुई। पुलिस ने बताया कि ट्रेन को 100 डॉयल की सूचना पर रोका गया, पहले आरपीएफ दो डिब्बे खाली कराकर ट्रेन को रवाना करने का प्रयास किया गया लेकिन इस बीच पूरी ट्रेन चेक करने व डॉग स्कावड को बुलाने की बात कही गई, जिससे ट्रेन को रोककर पूरी ट्रेन की सर्चिंग की गई। करीब आधा घंटे से ज्यादा समय तक ट्रेन रुकी रही और उसकी तलाशी की गई। पुलिस के अनुसार सूचनाकर्ता की बात सही मानकर पूरी ट्रेन की तलाशी की गई। डॉग स्कावड की जांच के बाद जब पूरी ट्रेन सर्चिंग की गई तो बम नहीं मिला और ट्रेन रवाना कर दी गई।
GST के नाम पर टीटीई की लूट
गुजरात की क्वीन ट्रेन में टीटीई का जीएसटी के नाम पर 20-20 रुपए मांगते हुए वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में टीटीई जीएसटी लागू होने के चलते यात्रियों से 20 रुपए मांग रहा है। हालांकि सरकार ने साफ कर दिया है कि नॉन एसी ट्रेन की टिकट पर जीएसटी का कोई फर्क नहीं पड़ेगा। टीटीई के पैसे मांगने का कुछ यात्री विरोध भी करते हैं लेकिन टीटीई कहता है ऐसा जीएसटी लागू होने के कारण हो रहा है।
वीडियो में टीटीई लोगों से 20-20 रुपए एक्स्ट्रा मांग रहा है। उसका कहना है कि उसे गवर्नमेंट ऑफिशियल्स से ऐसा करने का निर्देश मिला है। टीटीई इसकी वजह जीएसटी बता रहा है। पैसेंजर्स कहते हैं कि अगर ऐसा है तो 1 जुलाई के बाद बुक होने वाले टिकटों पर एक्स्ट्रा चार्ज लगेगा। इससे पहले के टिकटों पर नहीं, लेकिन टीटीई उनकी बात नहीं मानता।
कुछ पैसेंजर्स जब नियमों में बदलाव या किराया बढ़ाए जाने का सर्कुलर दिखाने को कहते हैं। इस पर टीटी कोई जवाब नहीं देता। वह पैसेंजर्स से फिर 20-20 रुपए देने को कहता है। पैसेंजर्स सर्कुलर दिखाने की जिद पर अड़े रहते हैं तो टीटीई कहता है कि पेपर बांटकर सबको बताऊं क्या? इस पर पैसेंजर्स कहते हैं कि पेपर में तो ऐसा कुछ नहीं दिया।
इस बीच एक पैसेंजर टीटी से रसीद मांगता है, तो वह कहता है रसीद दूंगा। पीछे बैठे पैसेंजर्स से पूछो उन्हें 400 की रसीद दी। हालांकि, वह यह साफ नहीं करता कि रसीद में जीएसटी की वजह से ज्यादा पैसे वसूलने का ब्योरा देगा।