
इस बयान को लेकर एडवोकेट उमेश बोहरे ने 11 जून को ग्वालियर पुलिस को शिकायत कर अमित शाह पर कार्यवाही करने के लिए कहा लेकिन ग्वालियर पुलिस कार्यवाही न किये जाने को लेकर परिवादी ने ग्वालियर जिला न्यायालय के जेएमएफसी के समक्ष परिवार प्रस्तुत किया सुनवाई की अगली तारीख 14 जुलाई सुनिश्चित की गयी है।
परिवादी ने कहा कि राष्ट्रपिता को इस प्रकार संबोधित करने से मेरी भावनाएं आहत हुईं, इस तरह के बयान से देश बलवा हो सकता है और इस तरह के बयान से अन्य लोगों के मन में विद्वेश की भावना पैदा होती है। देश के नागरिकों को ठेस पहुंचाती है, एसे व्यक्ति के खिलाफ फौजदारी धारा 153, 153 क,ख,ग में मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। इन धाराओं में तीन वर्ष की सज़ा का प्रावधान है।