
शनिवार को जिला पंचायत से जांच करने पहुंचे अधिकारियों ने संकुल प्राचार्य एवम संकुल और बीईओ के बाबू से सहायक अध्यापक मनोहर डेहरिया की यूनिक आई डी कैसे हटाई गई और किन कारणों से उक्त शिक्षक का छः माह से वेतन का भुगतान नही हो सका है। जिसके जबाब में सभी से लिखित में जबाब लिए हैं लेकिन जांचकर्ता अधिकारी के समक्ष कोई भी सार्थक जबाब नही दे सके हैं कि आखिर किन स्थितियों में इतना बड़ा गोलमाल किया है । जबकि पीड़ित शिक्षक के द्वारा अनेको बार इस संबन्ध में लिखित जानकारी भी दी गई थी। लेकिन अतिशेष सूची में शिक्षक भोलाराम कोरी को बचाने के लिए पीड़ित शिक्षक की कोई सुनने को तैयार नही था। जिसके बाद मनोहर डेहरिया ने कलेक्टर विशेष गढ़पाले से जांच कर मदद की गुहार लगाई थी।
दोषियों को बचाने लीपापोती
यह पूरा मामला चर्चा में आने के विभाग की किसी भी कर्मचारी ने संतोषजनक जबाव नही दे सका है और आनन फानन में मनोहर डेहरिया को नई यूनिक आईडी जनरेट कर दी गयी है । जबकि संकुल और जनपद शिक्षा केन्द्र के कर्मचारी अधिकारी अपना बचाव करते हुए आईडी डिलीट होने की बात जिला शिक्षा केन्द्र मत्थे थोपते नजर आए । जिसमें इन सभी का कहना था कि यदि शिक्षक की यूनिक आईडी डिलीट कोई कर सकता है तो सिर्फ जिले से ही हो सकती है। जबकि यह पूरा कारनामा भोलाराम कोरी और बाबुओं की मिलीभगत से ही हो सकता है। जिनके जबाब लिखित में लेकर जांच की जा रही । अब देखना यह है कि आखिर दोषियों पर कार्यवाही की जाती है या मामले को दबा दिया जाता है क्योंकि पीड़ित शिक्षक को लगातार धमकाकर एवम आरोप लगाकर भी दबाब बनाया जा रहा है।
यह था मामला
कटनी जिले के ढीमरखेड़ा संकुल केंद्र के प्राथमिक शाला करौंदी में पदस्थ सहायक अध्यापक मनोहर डेहरिया की नियुक्ति 8 जुलाई 2013 को हुई थी जिनकी प्रथम पदस्थापना ढीमरखेड़ा संकुल के प्राथमिक शाला करौंदी में हुई थी जिनका यूनिक आईडी BY3120 है जिनका संविलियन जुलाई 2016 में हो चुका है और इसी आई डी से ही शिक्षक को वेतन भुगतान किया जा रहा था लेकिन अचानक ही फरवरी 2017 से शिक्षक की आईडी को खत्म कर दिया गयाऔर वेतन होना भी बंद हो गया जिसकी जानकारी लेने के बाद शिक्षक को यह जानकारी मिली उनकी आईडी ही ढीमरखेड़ा संकुल में नही। जबकि शिक्षक को न तो किसी प्रकार की सूचना या नोटिस दिया गया है।
नारायण मिश्रा
मप्र शिक्षक कांग्रेस संघ
जिला प्रवक्ता कटनी