
एक पीड़ित ने भोपाल समाचार को बताया कि इग्नू में पहले एडमिशन परम्परागत तरीके से होता था। प्रदेश भर में स्टडी सेंटर है। आजकल एडमिशन ऑनलाइन कर दिए गए। मप्र में आॅनलाइन एडमिशन या दूसरे प्रकार की प्रक्रियाएं सामान्यत: एमपी आॅनलाइन के माध्यम से होतीं हैं। हर सेंटर पर एक व्यक्ति होता है जो पूरी जानकारी देता है और थोड़ी सी फीस के बदले एडमिशन फार्म भरकर देता है।
दिक्कत ये की विद्यार्थियों को एमपी ऑनलाइन पोर्टल वाले मना कर रहे। चूंकि एमपी ऑनलाइन पोर्टल से इग्नू का टाई अप नही हुआ इस कारण वो विद्यार्थी बड़ी परेशानी में पड़ गए जिनके पास नेट सुविधा नही या उन्हें प्रकिया आती नही। पीड़ित ने बताया कि जब हमने सेंटर पर फोन लगाया तो उज्जैन सेंटर वालो का कहना कि हम क्या करे इग्नू के अधिकारी को कुछ बता नही रहे। भोपाल आफिस के सभी नम्बर ट्राय किये कोई फोन ही नही उठा रहा।