
551 स्थानों पर हुआ स्वागत
रानी पिपलिया से लेकर कोलार तिराहे तक लगभग 251 स्थानों कांवड़ियों का स्वागत हुआ और लगभग 300 से अधिक स्थानों पर इसके बाद स्वागत हुआ। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान की धर्मपत्नि श्रीमती साधनासिंह ने कमला पार्क के पास कांवड़ियों का स्वागत किया। मध्य विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह और रविंद्र अवस्थी ने चैक पर स्वागत किया। विधायक विष्णु खत्री एवं भाजपा ग्रामीण जिलाध्यक्ष गोपालसिंह मीणा सहित पदाधिकारियों द्वारा रविंद्र भवन के पास कांवड़ियों का स्वागत किया गया। बौद्ध विहार के सामने शाक्यपुत्र भंते सागर और अन्य अनुयाईयों ने कांवड़यात्रा के संयोजक-विधायक रामेश्वर शर्मा सहित सभी कांवड़ियों का स्वागत किया।
कहां किसने किया स्वागत
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष विजेश लूनावत के नेतृत्व में बिट्टन मार्केट के पास कांवड़यात्रा का स्वागत किया गया। कोलार क्षेत्र में पार्षद श्रीमती फूलवती श्यामसिंह मीणा, भूपेंद्र माली, पवन बोराना, रविंद्र यति के नेतृत्व में कांवड़ियों का स्वागत हुआ। भाजपा प्रदेश कार्यालय के पास पार्षद कामता पाटीदार, मंडल अध्यक्ष हरिनारायण पटेल, तेजसिंह पटेल, आलोक मालवीय, महेश तिवारी, रामचरण गौर, कैलाश दिवाकर सहित अन्य भाजपा नेताओं ने कांवड़ियों का स्वागत किया। प्रजापिता ब्रम्हकुमारी आश्रम के सामने ब्रम्हकुमारी आश्रम की बहनों ने, कोलार तिराहे पर श्रीमती संगीता शर्मा, अथर्व शर्मा, गौरीशंकर गोयल, मनीष भार्गव, विक्रम पांडे, विजय खण्डेलवाल सहित पत्रकार कालोनी के रहवासियों द्वारा स्वागत किया गया। गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा कोह-ए-फिजा पर और लालघाटी चैराहे पर संतनगर एवं गांधीनगर मंडल के सभी पार्षदों एवं भाजपा नेताओं द्वारा स्वागत किया गया। इसके अलावा कमला पार्क, मोती मस्जिद, कफर््यू वाली माता मंदिर, राॅयल मार्केट, हमीदिया, स्टेट बैंक चैराहा तक हर पचास कदम पर और लालघाटी से लेकर गुफा मंदिर तक हर दस कदम पर कांवड़ियों का स्वागत हुआ। कांवड़ियों के स्वागत हेतु उत्साह का आलम यह था कि मानो पूरा भोपाल ही स्वागत में उमड़ पड़ा हो।
आदिवासी लोकनृत्य और आकर्षक झांकी सजा कर किया स्वागत

गु्फा मंदिर में किया नर्मदाजल से हुआ अभिषेक
कांवड़यात्रा के संयोजक-विधायक रामेश्वर शर्मा सहित सभी कांवड़ियों ने श्रावण सोमवार की देर शाम तक प्रसिद्ध गुफा मंदिर में भगवान शिव के आशुतोष स्वरूप का कांवड़ में लाए नर्मदा जल से जलाभिषेक किया। यहां गुफा मंदिर के महंत चंद्रमादास त्यागी के मार्गदर्शन में 101 पुजारियों द्वारा विधिविधान से कांवड़ियों से जलाभिषेक कराया गया। सांय 7ः30 बजे सबसे पहले कांवड़यात्रा के संयोजक-विधायक रामेश्वर शर्मा ने प्राचीन कंदरा में स्थित शिवलिंग पर विद्वान पुरोहितों द्वारा किए जा रहे मंत्रोच्चारण के साथ जलाभिषेक किया। तत्पश्चात सभी कांवड़ियों द्वारा बारी-बारी से कांवड़ जल भगवान को अर्पित किया गया। भगवान को कांवड़जल अर्पित करने का क्रम जो साढ़े 7 बजे से शुरू हुआ तो देर रात 10 बजे तक लगातार चलता रहा। श्री शर्मा ने कहा कि भगवान का जलाभिषेक कर मध्यप्रदेश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की है।
प्रतिदिन हुआ राष्ट्रगान, पूरे समय फहराया तिरंगा
‘कर्मश्री’ की 10 वीं कांवड़यात्रा में इस बार धर्म के साथ-साथ राष्ट्र की पूजा भी की गई। कांवड़यात्रा आरंभ करने के पहले होशंगाबाद के सेठानी घाट पर 8 हजार कांवड़ियों ने तिरंगा फहरा कर सामहिक राष्ट्रगान किया। इसके बाद जब कांवड़यात्रा आरंभ हुई तो दो कांवड़िए यात्रा के आगे-आगे लगातार राष्ट्रध्वज हाथ में लिए चलते रहे। प्रतिदिन की कांवड़यात्रा आरंभ करने के पहले और पड़ाव पर विश्राम के पहले भी राष्ट्रगान होता रहा। कांवड़यात्रा के संयोजक-विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि कांवड़यात्रा के विभिन्न संकल्पों में राष्ट्रचेतना के प्रसार का संकल्प भी हमने लिया है। इस हेतु कांवड़यात्रा के कांवड़िए तिरंगा हाथ में लेकर चलते रहे। उन्होने कहा कि इस वर्ष हमने तिरंगे साथ-साथ नर्मदा सेवा यात्रा का ध्वज भी कांवड़यात्रा में लगातार फहराया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान द्वारा नर्मदा के संरक्षण के लिए विश्व का सबसे बड़ा अभियान छेड़ा गया है। इसके बहुत अच्छे परिणाम सामने आएंगे।
111 किमी पैदल चलकर आए 8 हजार कांवड़िए
श्रावण मास में पिछले 8 वर्षों से निकाली जा रही ‘‘कर्मश्री’’ की कांवड़यात्रा का यह 10 वां वर्ष था। इस बार की यात्रा 29 जुलाई शनिवार की सुबह होशंगाबाद के प्रसिद्ध नर्मदा तट सेठानी घाट से आरंभ हुई थी। कांवड़यात्रा में शामिल 8 हजार कांवड़िए यहां से नर्मदा जल कांवड़ में भरकर भोपाल की ओर रवाना हुए थे। तीन दिनों में कुल 111 किमी की पैदल यात्रा कर कांवड़िए सोमवार की सांय लालघाटी स्थित गुफा मंदिर तक पहुंचे।
यात्रा मार्ग में चलाया जनजागरण अभियान
