शाजापुर। मध्यप्रदेश में किसान कर्जमाफी और फसल के उचित दाम के लिए संघर्ष कर रहे हैं, पिछले महीने मंदसौर में छह किसान अपनी मांग को लेकर पुलिस कार्रवाई में जान तक दे चुके हैं। इसके बाद भी सरकार कर्जमाफी करने को तैयार नहीं है। मंदसौर हिंसा के बाद किसानों को उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनकी कर्ज माफी की मांग पर मुहर लगा देंगे, पर ऐसा नहीं हुआ और मुख्यमंत्री ने कर्जमाफी से साफ इनकार करते हुए उचित मूल्य पर उपज खरीदने का भरोसा जरूर दिलाया है। कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन लगातार कहते आ रहे हैं कि कर्जमाफी नहीं की जाएगी, क्योंकि राज्य सरकार किसानों को बिना ब्याज के कर्ज और खाद-बीज के कर्ज पर 10 प्रतिशत की अतिरिक्त सब्सिडी दे रही है, ऐसे में कर्जमाफी कैसे की जाए। उनकी बात पर बुधवार को मुख्यमंत्री चौहान ने भी शाजापुर में आयोजित एक सभा में मुहर लगा दी।
मुख्यमंत्री ने शाजापुर के शुजालपुर विाानसभा क्षेत्र के अकोदिया मंडी में बुधवार को आयोजित आमसभा में कहा, कर्जमाफी की बजाए किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम दिलाया जाएगा। कर्ज माफी समस्या का समाधान नहीं है। किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम मिलेगा, जिससे उनकी माली हालत मजबूत होगी और खेती लाभ का धंधा बनेगा।
उन्होंने आगे कहा कि इस साल प्याज का बंपर उत्पादन हुआ है। सरकार ने आठ रुपए किलो प्याज की खरीदी की है, अकेले शाजापुर जिले में एक लाख 22 हजार मीट्रिक टन प्याज आठ रुपए किलो की दर पर खरीदा गया है। किसानों की मंडियों में भुगतान संबधी समस्याओं का निराकरण भी सरकार कर रही है। अब मंडियों में जितनी राशि उपलब्ध होगी। उतना नगद भुगतान किया जाएगा और बाकी राशि आरटीजीएस के माध्यम से किसानों के खाते में अगले दिन तक जमा हो जाएगी, ऐसी व्यवस्था सरकार ने सुनिश्चित की है। सीएम ने कहा कि सरकार मूंग, उड़द, अरहर समर्थन मूल्य पर खरीद रही है। सोयाबीन भी समर्थन मूल्य पर खरीदी जाएगी।