
बैतूल के बाल संरक्षण अधिकारी आरके मीणा से प्राप्त जानकारी के अनुसार बैतूल से 15 किलोमीटर दूर गांव कुम्हारिया में भद्दु झर्रे के घर पिछले एक साल से 12 साल का एक बालक खेती बाड़ी के काम कर रहा था। यहां ये बालक जानवरों को चराने से लेकर घर के काम कर रहा था। किसी ने इसकी शिकायत चाइल्ड लाइन मुम्बई को की थी। जिसके बाद स्थानीय चाइल्ड लाइन ब्रांच ने बाल संरक्षण अधिकारी से संपर्क किया। जिसके बाद यहां पहुंची टास्क फोर्स दल ने भद्दु झर्रे के घर छापा मारकर बच्चे को छुड़ाया।
टास्क फोर्स ने बालक को बरामद कर उसके परिजनों से संपर्क किया तब इस मामले का खुलासा हुआ कि उसे 15,000 रुपए के बदले उसके पिता ने भद्दु झर्रे के घर बंधक रख दिया था। बरामद बालक की बहन सुनीता के मुताबिक उसके पिता को कुंआ खुदवाने के लिए रुपयों की जरुरत थी। इसलिए उसके पिता ने उसके भाई को यहां रख दिया था। इस बात की तस्दीक बालक को रखने वाले भद्दु झर्रे ने भी की उसने बताया कि बालक के पिता किसन लाल ने उससे 15,000 रुपए लिए थे। जिसके बदले वह उसके घर काम कर रहा था, लेकिन पिछले दिनों वह वापस घर चला गया तो बाप के बदले बेटे को रख लिया था।