
अब तक इस तरह की सिक्यॉरिटी कंपनियां सेना या पुलिस से रिटायर्ड अफसर खोला करते थे। बाबा रामदेव उन्हे अपने यहां नौकरी पर रखेंगे। वो युवा गार्डों को ट्रेनिंग देंगे। बाबा रामदेव ने इसे भी देशभक्ति से लिंक कर दिया है। पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने कहा, पुरुष हो या महिला, आज सुरक्षा हर किसी के लिए बड़ा मुद्दा बन गया है। पराक्रम का लक्ष्य स्वयं और देश की सुरक्षा के लिए लोगों को तैयार करना है। कई रिटायर्ड अधिकारी 'पराक्रम’ को अपनी सेवाएं देने के लिए इसमें शामिल हो चुके हैं। ये युवाओं को सुरक्षा तकनीक से अवगत कराएंगे।
कुछ युवा पुरुष और महिलाएं हरिद्वार स्थित पतंजलि में बकायदा ट्रेनिंग भी ले रहे हैं। यहां युवाओं को मांसपेशियां मजबूत करने, रस्सी पर चलने और दौड़ने की ट्रेनिंग दी जा रही है। मालूम हो, पतंजलि ने बाबा रामदेव को भारत का 25वां सबसे अमीर शख्स बना दिया है। आज उनकी कुल संपत्ति 25,600 करोड़ रुपए हो गई है।