
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक इंद्रेश कुमार ने कहा, 'भारत के विभाजन के समय कश्मीर मुद्दा उभरकर सामने आया। कश्मीर की समस्या तत्कालीन दिल्ली और जम्मू एवं कश्मीर सरकार की वजह से है। यदि दोनों सरकारें कश्मीर मसले से ठीक ढंग से निपटी होतीं तो आज इस तरह की कोई समस्या खड़ी नहीं हुई होती। राहुल गांधी और समस्या खड़ी कर रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
आरएसएस नेता ने कांग्रेस उपाध्यक्ष और जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला से पूछा कि कश्मीर घाटी के हालात बेहतर करने के लिए दोनों ने कौन से कदम उठाए। उन्होंने कहा, 'मैं राहुल गांधी और फारूक अब्दुल्ला से पूछना चाहता हूं कि अपनी सरकार के दौरान दोनों ने कश्मीर में शांति एवं सद्भाव लाने के लिए कौन से कदम उठाए। अब उन्हें अशांति पैदा करने का अधिकार नहीं है। इंद्रेश कुमार ने कश्मीर के हालात सुधारने के लिए सभी राजनीतिक दलों से सहयोग करने की अपील की. उन्होंने कहा कि नेताओं को अपने बयानों से हालात को और खराब नहीं करना चाहिए.