
बैंक में भीड़ होने के कारण वह काफी देर तक बाहर ही खड़ी रही और जब उसने बैंक के भीतर जाने का प्रयास किया तो वहां तैनात गार्ड हरकचंद रघुवंशी(50) ने उसे रोक दिया। सनोती बाई ने जब काफी देर से बाहर खड़े होने और बैंक का लेनदेन बंद होने का हवाला दिया तो गार्ड ने उसे फटकार लगा दी। सनोती जब भीतर प्रवेश करने लगी तो गार्ड हरकचंद ने अपनी रायफल निकाल ली और फायर कर दिया। गोली सीधे फर्श से जाकर टकराई और उसके छर्रे सनोती बाई के दोनों पैरों में जाकर धंस गए। गोली चलते ही बैंक में अफरा-तफरी का माहौल व्याप्त हो गया। बैंक में मौजूद लोगों ने सनोती को घायल अवस्था में उठाया और 108 की मदद से जिला अस्पताल में उपचार के लिए रवाना कर दिया। जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने उसके पैरों में धंसे छर्रे निकालकर उपचार शुरू किया है।
गार्ड बोला-धोखे से चल गई गोली
बैंक के गार्ड हरकचंद ने बताया कि सनोती बाई नशे में थी और मानसिक रूप से विकलांग होने के कारण उसे बैंक के भीतर जाने से रोक रहा था। इसी दौरान वह जबरिया गेट से अंदर जाने का प्रयास करने लगी। उसे रोकने के दौरान रायफल गेट में फंस गई और उसका ट्रिगर दब गया। गोली चलाने की उसकी कोई मंशा ही नहीं थी यह तो अचानक ही हो गया।
कंधे पर टंगी रायफल से फर्श पर कैसे हुआ फायर
बैंक के गार्ड द्वारा धोखे से गोली चलने का हवाला देने की बात पर किसी को भी भरोसा नहीं हो रहा है। जानकारों की मानें तो बैंक में तैनात निजी कंपनी के गार्ड लोडेड रायफल लेकर कैसे बैंक में घूूम रहे थे। इसके साथ ही कंधे पर टंगी रायफल से यदि धोखे से फायर हो भी गया तो गोली उपर की ओर जानी थी जबकि यहां तो गोली फर्श से टकराई है।
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बैंक में गोली चलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। गार्ड के खिलाफ धारा 338 के तहत प्रकरण दर्ज कर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
अनूप सिंह नैन, टीआई, बैतूलबाजार