
मालाबार में चल रहा है नौसैनिक अभ्यास
बंगाल की खाड़ी में मालाबार के नाम से अमेरिका, भारत और जापान की नौसेना के बीच अभी तक का सबसे बड़ा नौसैनिक अभ्यास चल रहा है। इसमें दुनिया का सबसे बड़ा विमानवाहक जहाज अमेरिकी निमिट्ज भी शामिल है। निमिट्ज के कमांडर रियर एडमिरल विलियम बायर्नी ने कहा- इस अभ्यास का एक मकसद यह भी है कि अगर हिंद महासागर में कोई अंतरराष्ट्रीय संकट पैदा होता है तो जापान और अमेरिका मदद के लिए आगे आ सकते हैं। मालाबार से हम एक दूसरे को और बेहतर तरीके से समझने लगे हैं ऐसे में किसी भी सामुद्रिक संकट में हम और बेहतर सामंजस्य के तहत काम कर सकते हैं।
बयान इसलिए महत्वपूर्ण
अमेरिका के कमांडर का यह बयान बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि चीन इस पूरे समुद्री क्षेत्र में बहुत तेजी से अपनी गतिविधियां बढ़ा रहा है। दक्षिण चीन सागर विवाद खड़ा करने के साथ ही वह अफ्रीका से लेकर दक्षिण-पूर्वी एशिया के समुद्री तट तक कई नौसैनिक अड्डे बना रहा है, ताकि भारत को घेरा जा सके। कुछ ही दिन पहले चीन के 13 नौसैनिक जहाजों को इस इलाके में भ्रमण करते देखा गया है।
मालाबार अभ्यास की शुरुआत भारत और अमेरिका के बीच हुई थी लेकिन अब उसमें जापान को भी जोड़ा जा चुका है। संभवतः अगले साल से ऑस्ट्रेलिया भी इसमें शामिल होगा।ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री बिशॉप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की। लेकिन एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने जो बातें कहीं, उससे साफ है कि चीन के आक्रामक रवैये के खिलाफ हिंद-प्रशांत महासागर में एक नई लामबंदी शुरूहो रही है।
ऑस्ट्रेलिया विदेश मंत्री ने चीन को दक्षिण चीन सागर पर एक सलाह भी दे डाली कि जिस तरह से भारत और बांग्लादेश ने अपनी सामुद्रिक सीमा से जुड़े मामले को यूएन के नियमों के तहत सुलझा लिया है, उसी तरह चीन को भी ऐसा करना चाहिए।