नई दिल्ली। भारत में ब्लूव्हेल गेम पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है फिर भी यह आनलाइन उपलब्ध है। उत्तर प्रदेश में हमीरपुर के मौदहा में 13 साल केे एक लड़के ने ब्लूव्हेल गेम जीतने के लिए फांसी लगा ली। आज उसे एक बर्थडे पार्टी में जाना था और इसके लिए वो बहुत उत्साहित था। शाम का इंतजार करते करते वो ब्लूव्हेल गेम खेलने लगा। उसके पिता ने उसे खेलते देखा तो मोबाइल बंद करने के लिए डांट भी लगाई लेकिन पिता को पता नहीं था कि उनका बेटा ब्लूव्हेल गेम खेल रहा था। वो 6वीं क्लास में पढ़ता था। बता दें कि यह एक ऐसा चुनौतीपूर्ण खेल है जिसके 50वें दिन खिलाड़ी सुसाइड कर लेता है।
नगर के चर्च कंपाउण्ड निवासी विक्रम सिंह के पुत्र पार्थ सिंह (13) ने रविवार की दोपहर अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पार्थ ने बेड पर कुर्सी रखी और साफी से पंखे में फंदा डालकर झूल गया। इस घटना की जानकारी होते ही परिजनों ने किसी तरह दरवाजा खोलकर पार्थ को फंदे से उतारकर सीएचसी लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना से मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया। पार्थ अपने मां-बाप की इकलौती संतान था।
पिता विक्रम सिंह ने बताया कि पार्थ हमीरपुर के जयपुरिया स्कूल में कक्षा 6 का छात्र था। फांसी लगाने से 15 मिनट पहले पार्थ को पिता ने मोबाइल पर वीडियो गेम खेलते हुए देखा था। जिसे उन्होंने मोबाइल बंद करके पढ़ने की ताकीद भी की थी। पिता का कहना है कि वीडियो गेम खेलते-खेलते ही उनके पुत्र ने फांसी लगाई है। उन्होंने आशंका जताई कि हो सकता है उनका पुत्र ब्लू व्हेल गेम का शिकार हुआ हो।
साथी के बर्थ डे पार्टी की तैयारी कर रहा था
वीडियो गेम खेल रहे पार्थ को अपने किसी साथी के बर्थ डे पार्टी में जाना था। जिसकी उसने तैयारी भी कर रखी थी। उसकी मां घर में मिठाई बना रही थी और पिता घर की ऊपरी मंजिल में पेंटिंग करवा रहे थे। पार्थ मोबाइल लेकर कमरे में वीडियो गेम खेलने में व्यस्त था। घटना स्थल से बरामद मोबाइल की स्क्रीन टूटी मिली।