
इसके अलावा पाकिस्तान में हुक्मरानों की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए गए हैं। कहा गया है कि केंद्र और राज्य सरकारों के स्तर पर हिंदू, सिख और ईसाइयों की आजादी सुनिश्चित करने वालों कानूनों पर सही ढंग से अमल नहीं किया जा रहा है।
धर्मांतरण रोकने में सरकार फेल
रिपोर्ट में पाकिस्तान सरकार को सीधे तौर पर इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। रिपोर्ट में पाकिस्तान में रहने वाले धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों का हवाला देते हुए बताया गया धार्मिक अल्पसंख्यकों की शिकायत है कि वे धर्मांतरण की समस्या को सुलझाने के लिए सरकार के अपर्याप्त कदमों को लेकर चिंतित रहते हैं। बता दें कि पाकिस्तान से अक्सर हिंदूओं पर हमले की खबरें आती रहती हैं। इसके अलावा हिंदू, सिख और ईसाइयों के जबरन धर्मांतरण की भी तमाम खबरें सामने आती रहती हैं। कई बार पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू अपने अधिकारों के लिए विरोध प्रदर्शन करते रहे हैं।