
घटना मंगलवार रात की है। सुबह होने पर यात्रियों को वारदात का पता चला। ट्रेन दिल्ली पहुंच चुकी है। ट्रेन की कोच संख्या बी-12 में सफर कर रही चोरी की शिकार हुई वृद्ध महिला और उनके पति ने बताया कि सभी सो रहे थे। कहीं से कोई हलचल नहीं थी। अचानक लगा कोई स्प्रे मार रहा है और उसके बाद कुछ पता नहीं।
सुबह जब नींद खुली, तो देखा कि पर्स उस जगह पर नहीं है, जहां वह ऱखकर सोई थी। ढूंढ़ने पर पर्स तो मिल गया, लेकिन उसमें रखी नकदी और गहनों के साथ कई महत्वपूर्ण कागजात भी नहीं मिले। उन्होंने बताया कि उनकी नींद तब खुली, जब एक महिला यात्री चीखने लगी कि उसका पर्स गायब है।
गौरतलब है कि राजधानी एक्सप्रेस को अति सुरक्षित और वीआईपी माना जाता है, पर इस ट्रेन में इतनी बड़ी वारदात हो गई और स्कॉर्ट पार्टी को कानों-कान खबर नहीं हुई। पिछले दिनों भी पटना राजधानी एक्सप्रेस में एक महिला यात्री के पैसे और जेवरात गायब हो गए थे। इस घटना के बाद कोच अटेंडेंट और वेंडर को हिरासत में लिया गया था। रेल प्रशासन ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।