लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब आम आदमी की आवाज से परेशान हो गए हैं। वो आम आदमी की सरकार से लगी उम्मीदों को शायद गलत मानते हैं। विपक्ष में रहते हुए हर मामले में सरकार को जिम्मेदार ठहराने वाले पूर्व सांसद योगी आदित्यनाथ सीएम बनने के बाद बदली बदली बातें करने लगे हैं। बुधवार को साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में स्टार्टअप बस यात्रा को हरी झंडी दिखाते हुए योगी बोले, "मीडिया रोज कहती है कि यहां कूड़ा पड़ा हुआ है, लोगों ने अपनी जिम्मेदारी सरकार पर डाल दी है। कहीं ऐसा ना हो कि 2 साल के बच्चे की जिम्मेदारी भी लोग सरकार पर डाल दें और कहें कि इसका पालन-पोषण करो।
योगी ने कहा हमने किसी धर्म, जाति के लिए काम नहीं किया है। गरीबों, बेरोजगारों, किसानों और महिलाओं के लिए काम किया है। हर व्यक्ति के अंदर कोई न कोई क्षमता होती है। हर व्यक्ति की प्रतिभा को निखारने की जरुरत होती है, स्टार्टअप इसी का माध्यम है।
राजनीति व्यवसाय हो गई थी
पहले ये काम होता था कि वोट बैंक कैसे सुरक्षित हो? राजनीति व्यवसाय जैसी हो गई थी, लेकिन हमारी सरकार ने इससे अलग हटकर जिम्मेदारी निभाई है। सरकार बनते ही बहुत से योजनाएं शुरू की गई हैं। जितने भी अच्छे इनोवेटर हुए, वो बहुत ब्रिलियंट नहीं थे लेकिन लगातार कोशिशों के जरिए उन लोगों ने बड़े-बड़े काम किए।
प्लास्टिक से रोड बनेगी तो खराब नहीं होगी
इस दौरान योगी ने कहा, ''कूड़े का प्रबंधन कैसे किया जाए कि पॉल्यूशन भी कम हो और एनर्जी का प्रोडक्शन भी हो सके। इसके लिए तकनीक जरूरी है। लोग आज कूड़े से सड़क बना रहे हैं। अगर प्लास्टिक से बनेगी तो कभी खराब नहीं होगी। हमेशा के लिए गड्ढामुक्त हो जाएगी।
क्या है स्टार्टअप बस यात्रा?
ये बस यूपी भर में डिस्ट्रिक्ट और तहसील हेडक्वार्टर्स में घूमेगी। इसके जरिए स्टूडेंट्स को इम्प्लॉयमेंट के अलावा सेल्फ इम्पलॉयमेंट के लिए मोटिवेट किया जाएगा। रोजगार में बढ़ोतरी की जाएगी। 10 अक्टूबर तक ये यात्रा चलेगी और लखनऊ पहुंचकर खत्म होगी।