मुंबई। अपने मुखपत्र सामना के जरिए हर रोज किसी ना किसी पर सवाल उठाने वाले शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से जब पत्रकारों ने एक तीखा सवाल किया तो झल्ला उठे। नियंत्रण खो बैठे। बेतुका बयान देते हुए बोले आप बारिश रोकिए तब मुझे बताइए कि मुझे क्या करना चाहिए। इसके अलावा घमंड भरे शब्दों में कहा 'हम लोगों की सेवा करते हैं, यही वजह है कि उन्होंने हमें फिर सत्ता में भेजा।' यहां बात मुंबई में हुई अतिवर्षा के बाद बने हालात पर हो रही थी। लोगों का मानना है कि महानगरपालिका पानी की निकासी के प्रबंध करने में नाकाम रही। इसीलिए शहर की सड़कों पर बाढ़ आ गइ्र।
यहां एक संवाददाता सम्मेलन में सवालों की बौछारों से झल्लाए ठाकरे ने संवाददाताओं से कहा, ‘आप खुद रोक लीजिए बारिश।’ ठाकरे के बयान पर निशाना साधते हुए शहर भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा कि मंगलवार को बारिश की वजह से मची अफरातफरी के लिए वह ‘घमंड छोड़ें और माफी मांगें।’
इससे पहले पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए शिवसेना प्रमुख ने कहा, ‘आप बारिश रोकिए तब मुझे बताइए कि मुझे क्या करना चाहिए। यह मत सोचिए कि मुंबई पर सिर्फ आपका एकाधिकार है। हम लोगों की सेवा करते हैं, यही वजह है कि उन्होंने हमें फिर सत्ता में भेजा।’ वहीं मंगलवार को यहां हुई बारिश के बारे में ठाकरे ने बुधवार को यह कहकर सबको चौंका दिया कि ‘नौ किलोमीटर की ऊंचाई’ पर बादल शहर पर मंडरा रहे थे और अगर वे फट जाते तो उसका बेहद गंभीर परिणाम होगा।'
ठाकरे के बयान पर टिप्पणी करते हुए भाजपा प्रवक्ता माधव भंडारी ने कहा, ‘ठाकरे को अपनी बात के प्रमाण देने चाहिए क्योंकि जब बादल फटने की बात होती है तो आप हजारों लोगों की सुरक्षा की बात करते हैं। ऐसी टिप्पणियों को हल्के में नहीं लिया जा सकता।’