भोपाल। दो हिस्सों में बंट चुके आजाद अध्यापक संघ में भरत पटेल गुट ने तय किया है कि वो किसी भी आंदोलन में भाग लेने से पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान से मिलेंगे। यदि उन्होंने मांगें नहीं मानी तो आंदोलन किया जाएगा। यह निर्णय सिवनी में रविवार को हुई मप्र आजाद अध्यापक संघ की बैठक में लिया है। इस बैठक के जरिए भरत पटेल ने यह साबित करने की कोशिश भी की कि आजाद अध्यापक संघ पर आज भी उनकी पकड़ बरकरार है।
संघ के प्रांत अध्यक्ष भरत पटेल ने बताया कि बैठक में 22 जिलों के अध्यक्ष उपस्थित थे। इसमें निर्णय लिया गया है कि आंदोलन से पहले मुख्यमंत्री को अपनी मांग बताएंगे और उसे पूरा करने से सरकार को होने वाला फायदा बताएंगे। यदि फिर भी सरकार नहीं मानती है, तो आंदोलन होगा वरना नहीं। उन्होंने बताया कि चार सितंबर तक मुख्यमंत्री से मिलेंगे और उन्हें अपनी मांगें बताएंगे। फिलहाल हमने आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है। यदि सरकार की ओर से मनाही होती है तो आंदोलन जरूर होगा।
बता दें कि अध्यापक संवर्ग अपनी मांगों के लिए लम्बे समय से संघर्ष कर रहा है। नेताओं की गुटबाजी का फायदा सरकार उठा रही है। सीएम शिवराज सिंह ने अध्यापकों की सभी मांगे मान लीं हैं परंतु आदेश कुछ इस तरह से निकाले जाते हैं कि फिर आंदोलन की स्थिति बन जाती है। भरत पटेल एक बार फिर शुरू से शुरू करने की बात कर रहे हैं।