
सागर के अखबारों में छपी खबर के अनुसार गर्ल्स कॉलेज सागर में दाखिला लेने वाली 252 मेधावी छात्राओं को कॉल करके धमकाया गया। सभी से कहा गया कि जो नहीं आएगा उनका रजिस्ट्रेशन कैंसिल हो जाएगा। फरमान सुनकर छात्राएं पहुंच गईं। सुबह 5.45 बजे छात्राएं पहुंची तो उन्हे ले जाने के लिए बसों का इंतजाम ही नहीं था। एडमिशन कैंसिल होने का भय सता रहा था, लिहाजा छात्राअों और अभिभावकों ने हंगामा कर दिया। वहां मौजूद कॉलेज प्रबंधन ने सुर बदलते हुए रजिस्ट्रेशन निरस्त नहीं होने की बात कही। इस पर कई अभिभावक बोले कि व्यवस्थाएं नहीं बन रहीं तो झूठ बोल रहे हैं। हम नहीं मानेंगे।
बाद में कॉलेज प्रबंधन ने 4 बसों का इंतजाम किया। इस झमेले में करीब 7.45 बज गए। इसके बाद चार बसों से करीब 250 छात्राएं भोपाल के लिए रवाना हुईं। लिहाजा जब छात्राएं भोपाल पहुंची तो उस समय सीएम का भाषण चल रहा था।
ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली
मैं पिछले दो दिनों से इंदौर मीटिंग में गया था। रविवार को ही लौटा और सीधा कॉलेज पहुंचा, जहां से छात्राएं भोपाल जा रहीं थीं। छात्राओं को भोपाल भेजने, साथ जाने आदि के लिए मैंने एक कमेटी भी बनाई थी। मुझे ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है कि किसी को एडमिशन कैंसिल करने का भय दिखाकर जबरन भोपाल भेजा गया हो।
डॉ. अखिलेश पटैरिया, प्राचार्य गर्ल्स कॉलेज सागर