भोपाल। बिहार में आई बाढ़ के बाद अब बिहार बाढ़ पीड़ितों को मदद पहुंचाने का सिलसिला शुरू हो गया है। मप्र की शिवराज सिंह सरकार ने भी 5 करोड़ रुपए की मदद भेजी है लेकिन कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं छिंदवाड़ा सांसद कमलनाथ इससे नाराज हैं। उनका कहना है कि दूसरे राज्यों को बाढ़ के नाम पर सहायता भिजवाने वाली शिवराज सरकार अपने प्रदेश में सरदार सरोवर डूब प्रभावितो को बग़ैर पुनर्वास व मुआवज़े के डुबोने का कार्य कर रही है ...कैसा दोहरा चरित्र..? बताते चलें कि कमलनाथ का परिवार 23 कंपनियों का मालिक है। कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी के तहत कई कंपनियां इस तरह आपदा में फंसे नागरिकों के लिए मदद करतीं हैं। कमलनाथ के परिवार की कंपनियों ने पूर्वी भारत में आई बाढ़ से पीड़ितों को क्या मदद की, फिलहाल खुलासा नहीं किया है।
कांग्रेस नेता कमलनाथ ने ट्वीटर के माध्यम से कर्ज में डूबी शिवराज सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि ''असम और बिहार में बाढ़ पीड़ितों को अमित शाह की सलाह पर सहायता पहुँचाने वाले शिवराज को अपने प्रदेश में निरंतर क़र्ज़ के बोझ के कारण आत्महत्याएँ कर रहे अन्नदाता किसानो की भी सुध लेकर उन्हें भी सहायता पहुँचाना चाहिये।
आगे कमलनाथ ने लिखा है कि ''शिवराज के आदेश को हमेशा हवा में उड़ाने वाले प्रदेश के मंत्रियो को अब अमित शाह के निर्देश पर अपने प्रभार वाले इलाक़ों में जनता के दुःख-दर्द जानने जाना भी पड़ेगा व रुकना भी पड़ेगा।''
अपने आखिरी ट्वीट में उन्होंने तंज कसते हुए लिखा है कि ''दूसरे राज्यों को बाढ़ के नाम पर सहायता भिजवाने वाली शिवराज सरकार अपने प्रदेश में सरदार सरोवर डूब प्रभावितो को बग़ैर पुनर्वास व मुआवज़े के डुबोने का कार्य कर रही है ...कैसा दोहरा चरित्र..?''