नई दिल्ली। राजस्थान में अब स्वाइन फ्लू जानलेवा बन गया है। भीलवाड़ा के मांडलगढ़ से बीजेपी की महिला विधायक कीर्ति कुमारी की सोमवार को स्वाइन फ्लू से दर्दनाक मौत हो गई। मांडलगढ़ के बिजौलिया पूर्व राजघराने की पूर्व राजकुमारी कीर्ति सिंह तीसरी बार बीजेपी की विधायक बनी थीं। बीजेपी विधायक की मौत के बाद सरकार पर सवाल उठने लगे हैं कि आखिर इतनी मौतें स्वाइन फ्लू से हो रही हैं, तो सरकार इसकी रोकथाम के लिए कोई कारगर उपाय क्यों नहीं कर रही है।
रविवार रात को कीर्ति कुमारी को फोर्टिस अस्पताल से सवाईमान सिंह अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। डॉक्टरों के अनुसार वो चार पांच दिन से बुखार से पीड़ित थीं। उन्होंने बुखार को ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया और अपने घर बिजौलिया में हीं तीन दिन तक इलाज कराती रहीं। उसके बाद कोटा अस्पताल में लगाया गया जहां से जयपुर रेफर कर दिया गया था।
पूर्व राजकुमारी कीर्ति कुमारी को वसुंधरा राजे 2003 में राजनीति में लेकर आई थीं। उस वक्त वर्ष 2003 के चुनाव में वो काग्रेंस के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शिवचरण माथुर से कुछ वोटों से हारी थीं लेकिन उसके बाद 2013 के चुनाव में कांग्रेस के विवेक धाकड़ को बड़े मार्जिन से हराकर कीर्ति कुमारी विधानसभा पहुंची थीं। कीर्ति कुमारी ने जिला परिषद के मेंबर से राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी।
राजस्थान में जयपुर, जोधपुर और बीकानेर समेत कई शहर स्वाइन फ्लू की चपेट में हैं। राज्य में करीब 300 स्वाइन फ्लू के मरीज हैं, जिसमें से 11 लोगों की पिछले दो महीने में स्वाइन फ्लू से मौत हो चुकी है। स्वाइन फ्लू का वायरस अपना कहर अकसर सर्दियों में दिखाता है, लेकिन इस बार अगस्त की शुरुआत से ही लोग इससे सहमें हुए हैं।