नई दिल्ली। डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत सिंह बलात्कारी घोषित हो गए हैं। गुस्साए समर्थकों ने हिंसक वारदातें भी कीं थीं। कोर्ट ने हरियाणा और मोदी सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि 'अपने वोट बैंक के लिए सरकार ने पंचकूला को जलता छोड़ दिया।' मोदी एवं शाह ने हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्टर को क्लीनचिट दे दी। इस बीच एक नया खुलासा हुआ है। बाबा की बेटी हनीप्रीत ने बयान दिया है कि भाजपा ने उनसे वादा किया था कि यह केस वापस ले लिया जाएगा। खट्टर ने खुद अमित शाह से बाबा की मुलाकात करवाई थी।
बलात्कार के मुजरिम राम रहीम के जेल जाने के बाद एक से बढ़कर एक खुलासे हो रहे हैं। इस बार का खुलासा वाकई चौकाने वाला है। दरअसल राम रहीम के साथ बीजेपी नेताओं की नजदीकियों और डेरा में बीजेपी नेताओं द्वारा लगाई जाने वाली हाजरी की कई तस्वीरें तो सामने आ चुकी हैं, लेकिन ताजा खुलासे कि मानें तो हरियाणा में सरकार बनाने के लिए बीजेपी ने बाबा से समर्थन मांगा था। समर्थन के बदले सरकार बनने के बाद केस हटाने की डील हुई थी।
दरअसल राम रहीम को इस बात का अंदाजा पहले से ही हो चुका था कि जिस बलात्कार के मामले में लो घिरे हैं उससे बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी है। वो किसी भी हालत में इस केस से बचना चाहते थे। इधर भाजपा को 2014 का लोकसभा चुनाव दिखाई दे रहा था अत: भाजपा ने 'कांग्रेस मुक्त भारत' मिशन के तहत इस तिकड़मी बाबा से संपर्क किया। हरियाणा में बीजेपी का समर्थन करने के बदले बाबा ने बीजेपी के बड़े नेताओं से डील की थी कि सरकार बनने के बाद बाबा के ऊपर से रेप का केस खत्म करा दिया जाएगा लेकिन अब जब बाबा राम रहीम जेल पहुंच चुके हैं तब उनकी बेटी का कहना है कि बीजेपी ने राम रहीम के साथ धोखा किया है।
राम रहीम की तीन बेटियों में से एक हनीप्रीत ने कोर्ट के आदेश को अन्याय करार दिया है। बीजेपी के बड़े नेताओं पर आरोप लगाते हुए उसने कहा कि बीजेपी वालों ने उनके साथ बड़ा धोखा किया है। हनीप्रित का कहना है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के वक्त मनोहर लाल खट्टर ने बाबा की मुलाकात अमित शाह से कराई। इस दौरान ये डील हुई कि डेरा के प्रभाव वाली 28 विधानसभा सीटों पर बीजेपी के पक्ष में मतदान के लिए डेरा फरमान जारी करेगा। इसके बाद खुद बीजेपी के बड़े नेताओं ने बाबा से पूछा कि इसते बदले आपको क्या चाहिए, जिसपर बाबा ने कहा कि उनपर चल रहा रेप का झूठा मुकदमा खत्म कर दिया जाए। डील के मुताबिक डेरा ने मतदान से पहले बीजेपी के पक्ष में मतदान के लिए फरमान भी जारी किया और बीजेपी को विधानसभा चुनाव में जीत भी मिली। लेकिन बीजेपी अपने वादे से पलट गई।
बताया जाता है बाबा राम रहीम को बीजेपी के करीब लाने में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा रोल है। 2014 लोकसभा चुनाव को दौरान ही विजयवर्गीय ने बाबा और बीजेपी नेताओं के साथ मीटिंग करानी शुरू कर दी थी। बताया जा रहा है कि कोर्ट द्वारा आरोपी करार दिए जाने के बाद साक्षी महाराज ने विजयवर्गीय के कहने पर ही बाबा के पक्ष में बयान दिया था। हालांकि इस बात का अभी कोई प्रमाण तो नहीं है, लेकिन पार्टी में इस तरह की बयानबाजी करवाने के लिए विजयवर्गीय काफी फेमस हैं।