
बलात्कार के मुजरिम राम रहीम के जेल जाने के बाद एक से बढ़कर एक खुलासे हो रहे हैं। इस बार का खुलासा वाकई चौकाने वाला है। दरअसल राम रहीम के साथ बीजेपी नेताओं की नजदीकियों और डेरा में बीजेपी नेताओं द्वारा लगाई जाने वाली हाजरी की कई तस्वीरें तो सामने आ चुकी हैं, लेकिन ताजा खुलासे कि मानें तो हरियाणा में सरकार बनाने के लिए बीजेपी ने बाबा से समर्थन मांगा था। समर्थन के बदले सरकार बनने के बाद केस हटाने की डील हुई थी।
दरअसल राम रहीम को इस बात का अंदाजा पहले से ही हो चुका था कि जिस बलात्कार के मामले में लो घिरे हैं उससे बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी है। वो किसी भी हालत में इस केस से बचना चाहते थे। इधर भाजपा को 2014 का लोकसभा चुनाव दिखाई दे रहा था अत: भाजपा ने 'कांग्रेस मुक्त भारत' मिशन के तहत इस तिकड़मी बाबा से संपर्क किया। हरियाणा में बीजेपी का समर्थन करने के बदले बाबा ने बीजेपी के बड़े नेताओं से डील की थी कि सरकार बनने के बाद बाबा के ऊपर से रेप का केस खत्म करा दिया जाएगा लेकिन अब जब बाबा राम रहीम जेल पहुंच चुके हैं तब उनकी बेटी का कहना है कि बीजेपी ने राम रहीम के साथ धोखा किया है।

बताया जाता है बाबा राम रहीम को बीजेपी के करीब लाने में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा रोल है। 2014 लोकसभा चुनाव को दौरान ही विजयवर्गीय ने बाबा और बीजेपी नेताओं के साथ मीटिंग करानी शुरू कर दी थी। बताया जा रहा है कि कोर्ट द्वारा आरोपी करार दिए जाने के बाद साक्षी महाराज ने विजयवर्गीय के कहने पर ही बाबा के पक्ष में बयान दिया था। हालांकि इस बात का अभी कोई प्रमाण तो नहीं है, लेकिन पार्टी में इस तरह की बयानबाजी करवाने के लिए विजयवर्गीय काफी फेमस हैं।