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चंडीगढ़ में छेड़खानी के आरोप में फंसे विकास बराला के पिता सुभाष बराला पहले भी विवादों में रह चुके हैं। सुभाष बराला के भतीजे और पोते पर भी एक लड़की के अपहरण का आरोप लग चुका है। इस मामले में 8 मई 2017 को गांव बिढईखेड़ा से लापता हुई लड़की की बरामदगी न होने से नाराज ग्रामीणों ने सोमवार सुबह टोहाना-हिसार मार्ग पर जाम लगा दिया था। पुलिस प्रशासन और बीजेपी के हरियाणा अध्यक्ष सुभाष बराला के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी।
क्या था मामला
लड़की के परिजनों को आरोप था कि सुभाष बराला के भतीजे और पोते ने उनकी बेटी का अपहरण कर लिया था। लड़की के भाई ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उसकी बहन को बरामद कर लिया लेकिन उन्हें सौंप नहीं रही है और उन पर मामला वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
परिजनों का कहना था कि पुलिस के कार्रवाई न करने के चलते उन्हें जाम लगाना पड़ा। इस मामले में डीएसपी शमशेर सिंह दहिया ने कहा कि गांव बिढ़ाईखेड़ा निवासी साधू राम की शिकायत दर्ज हुई है। लड़की को बरामद कर लिया गया है और कोर्ट में बयान चल रहे हैं। लड़की के बयान के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अब क्यों चर्चा में है बराला का परिवार
दरअसल, पिछले दिनों सुभाष बराला के बेटे पर सीनियर आईएएस की बेटी से छेड़खानी का आरोप लगा है. आरोपों के मुताबिक विकास बराला ने लड़की की कार का पीछा किया और उसके साथ छेड़खानी की. लड़की के कई बार फोन करने पर मौके पर पुलिस पहुंची और दोनों लड़कों को गिरफ़्तार कर लिया. हालांकि गिरफ्तारी के अगले ही दिन विकास बराला को जमानत मिल गई. आरोप है कि पुलिस ने दबाव में कमजोर केस दर्ज किया था, जिसकी वजह से कुछ ही घंटों में जमानत मिल गई.