कांग्रेस: कद छंट रहे हैं या पद बंट रहे हैं

राकेश दुबे@प्रतिदिन। कांग्रेस में हमेशा से ही जो होता है, वो दिखता नही है और जो होता है वो सबको समझ आ जाता है पर कोई बोलता नही है। भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान नेतृत्व अपने सारे सौजन्य के बदले में कांग्रेस से यही गुरु गुरुमंत्र लिया है। राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और राज्यसभा चुनावों और उनके उम्मीदवारों का विश्लेषण किया जाये, तो लगभग यही सूत्र समझ में आता है। भारतीय जनता पार्टी की कथा फिर कभी, अभी तो कांग्रेस की पद बंटने और कद छंटने की कथा।

कांग्रेस में जैसे ही महाराजा कहा जाये तो बिना कहे ही समझ आ जाता है की इशारा किस ओर है, राजा कहते ही मतलब साफ हो जाता है। मध्यप्रदेश के बाहर अपना जौहर दिखा रहे राजा से रियासतें छिन रहीं है। कर्नाटक गया, गोवा छिना, अब तेलंगाना के लोग नाराज हो रहे हैं। कर्नाटक में महासचिव बदली के समय गोवा में बनती-बनती सरकार को भाजपा की झोली में डालने की बात फिर कांग्रेस हाई कमान में उठी। राजा के पास सिर्फ तेलंगाना छोड़ते समय भी वहां के सांसदों ने मुद्दा उठाया कि सुबह आकर शाम को वापिस जाने वाले कांग्रेस को कैसे जिन्दा कर सकेंगे ? राजा के मुसाहिब भले ही इसे एक सामान्य प्रक्रिया कह कर हल्का करने की कोशिश करें, कांग्रेस हाई कमान को अब अपनी साख की चिंता है। कांग्रेस के बड़े नेता उदाहरण के लिए गोवा की लकीर नहीं छोड़ रहे हैं, और राजा भी अपनी लकीर नही छोड़ रहे हैं। कैसे भी मध्यप्रदेश में चलती रहे, अभी तो बाकी लोग राजा की जगह महाराजा को पूछ रहे हैं।

नये फेरबदल में अशोक गहलोत गुजरात, सुशील शिंदे हिमाचल, अविनाश पाण्डेय राजस्थान, के सी वेणुगोपाल कर्नाटक के कामकाज को देख रहे हैं। राजा के पास अब आन्ध्र भी बचेगा या नहीं कांग्रेस के नेताओं में चर्चा का मुद्दा है। राजा ने दलित मुद्दे पर भले ही राज्य सभा में मौके पर चौका लगा दिया हो पर दलित मुद्दे पर जमीनी लड़ाई में मीरा कुमार उन्हें पीछे छोड गई हैं।

अब इसे पदों का बंटना कहे या कदों का घटना। अम्बिका सोनी, बी के हरिप्रसाद और दिग्विजय सिंह एक ही पैमाने से नापे गये हैं। कद बढ़े नहीं, घटे हैं। इसे सफाई के साथ हर राज्य के प्रभारी एक महासचिव के रूप में प्रचारित भले ही किया जाये। नतीजे बाद में आयेंगे, पर लोग तो अपने मतलब निकाल ही रहे हैं।
 श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं।        
संपर्क  9425022703        
rakeshdubeyrsa@gmail.com
पूर्व में प्रकाशित लेख पढ़ने के लिए यहां क्लिक कीजिए
आप हमें ट्विटर और फ़ेसबुक पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!
$("#merobloggingtips-before-ad .widget").each(function () { var e = $(this); e.length && e.appendTo($("#before-ad")) }), $("#merobloggingtips-after-ad .widget").each(function () { var e = $(this); e.length && e.appendTo($("#after-ad")) });