
पुलिस ने पहले ही कह दिया था कि संजय निरुपम ने अमिताभ बच्चन से समय नहीं लिया है. वह मोर्चे के शक्ल में जाने वाले हैं, जिसकी इजाजत नहीं है. संजय निरुपम के 149 की नोटिस दी गई है कि अगर वह जबरदस्ती जाने की कोशिश करेंगे तो उन्हें रोका जाएगा.
वहीं संजय निरुपम ने बताया था कि अभी मुझे पुलिस ने कुछ कहा नहीं है, लेकिन जिस तरह से पुलिस जमा हुई है वह अमिताभ बच्चन के घर जाने से रोकने के लिए है. क्या हम किसी से मिलकर मदद की गुहार नहीं लगा सकते. हम तो अमिताभ बच्चन से मिलकर सिर्फ विनती करना चाहते हैं कि वह फ़िल्म मजदूरों के हित में शूटिंग रोकें. वह सभी 11 दिन से बैठे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है, उल्टे हड़ताल को तोड़ने की कोशिश हो रही है. हम रुकने वाले नहीं हैं, पुलिस को जो करना है वो करें.
दरअसल 15 अगस्त से चल रही सिने कामगारों की हड़ताल का समर्थन कर रहे मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम अमिताभ बच्चन से मिलने जाने वाले थे, ताकि अमिताभ बच्चन भी इस हड़ताल का समर्थन करें और किसी फिल्म या टीवी शो की शूटिंग में भाग न लें. इससे पहले संजय निरुपम जुहू में स्थित बच्चन के निवास जलसा की ओर बढ़ते, पुलिस ने निरुपम को उनके घर में नजरबंद कर दिया। इसकी वजह बताई गई कि निरुपम ने इस मुलाकात के लिए अमिताभ बच्चन से वक्त नहीं मांगा था.