DPRK पर कभी भी हमला कर सकता है अमेरिका

Bhopal Samachar
नई दिल्ली। अमेरिका ने स्पष्ट कर दिया है कि अब वो उत्तर कोरिया जिसे आधिकारिक रूप से डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक आॅफ कोरिया कहा जाता है, के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई कर सकता है। यह एक सैनिक हमला हो सकता है या इसके अलावा दूसरी तरह की कोई भी कार्रवाई परंतु अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद यह स्पष्ट जरूर हो गया है कि उत्तर कोरिया के खिलाफ अमेरिका कड़ी और बड़ी कार्रवाई करने वाला है। इधर उत्तर कोरिया से आए बयान के बाद यह भी स्पष्ट हो रहा है कि वो अमेरिका से मुकाबला करने के लिए तैयार है। 

उत्तर कोरिया द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के बाद मंगलवार को अमेरिका ने चेतावनी दी कि मिसाइल हमले का जवाब देने के लिए उनके सामने सभी विकल्प खुले हुए हैं। वहीं इसके जवाब में उत्तर कोरिया ने कहा कि उसने दक्षिण कोरिया और अमेरिका की ओर से संयुक्त सैन्य अभ्यासों का मुकाबला करने के लिए अपने नेता किम जोंग उन के नेतृत्व में ह्वासॉन्ग-12 मिसाइल का प्रक्षेपण किया। आपको बता दें कि प्योंगयांग द्वारा दागी गयी मिसाइल उत्तरी प्रशांत सागर में गिरने से पहले जापान के ऊपर से गुजरी। परमाणु हथियार संपन्न उत्तर कोरिया द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने पर जापान सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। 

प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सरकार अपने नागरिकों की रक्षा के लिए प्रतिबद्धता है। उन्होंने उत्तर कोरिया की इस कार्रवाई को अप्रत्याशित, गंभीर और महत्वपूर्ण खतरा बताया है। उत्तर कोरिया ने अपने नेता किम जोंग उन के नेतृत्व में दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षणों का संचालन किया है, जो संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों की अवहेलना है। लेकिन जापान के ऊपर मिसाइल का परिक्षण करना असाधारण है।

ट्रंप ने एक बयान में कहा कि विश्व को उत्तर कोरिया की ओर से नवीनतम संदेश जोर से और स्पष्ट रूप से मिल गया है। इस शासन ने संकेत दिया है कि वह अपने पड़ोसियों और संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्यों के लिए खतरा है। लेकिन उत्तर कोरिया की इस कार्रवाई का जवाब देने के लिए हमारे सामने सभी विकल्प खुले हुए हैं।

व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने इससे पहले इस मुद्दे पर जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से फोन पर बातचीत की। दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि उत्तर कोरिया एक गंभीर खतरा है तथा अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया और विश्व के सभी देशों के लिए सीधा खतरा बढ़ रहा है।
                             
इससे पहले 2009 में उत्तर कोरिया की एक मिसाइल जापान के ऊपर से गुजरी थी। उत्तर कोरिया ने पिछले महीने दो अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था। दक्षिण कोरिया ने कहा कि यह मिसाइल प्योंगयांग के पास सुनान से दागी गयी और यह 550 किमी की अधिकतम ऊंचाई पर उड़ी। इसने करीब 2,700 किमी का रास्ता तय किया। इस दौरान यह उत्तरी जापान के होक्काइदो द्वीप के ऊपर से गुजरी।

उत्तर कोरिया के प्रमुख सहयोगी और मुख्य व्यापारिक साझीदार ने सभी पक्षों से संयम बरतने का आग्रह किया है। चीन के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि स्थिति चरम पर है, लेकिन दबाव और प्रतिबंधों से मुद्दे का समाधान नहीं होगा। रूस का भी उत्तर कोरिया से संबंध हैं। रूस ने कहा कि यह काफी चिंताजनक है।  

अमेरिका से मुकाबले के लिए तैयार उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया ने कहा है कि उसने दक्षिण कोरिया और अमेरिका द्वारा संयुक्त सैन्य अभ्यासों का मुकाबला करने के लिए अपने नेता किम जोंग उन के नेतृत्व में ह्वासॉन्ग-12 मिसाइल का प्रक्षेपण किया।  उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी केसीएनए बुधवार को किम जोंग उन के हवाले से कहा,' मौजूदा बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण अभ्यास प्रशांत महासागर और ग्वाम में पहला सैन्य संचालन है।' 

उत्तर कोरिया ने इस महीने के शुरुआत में अमेरिका प्रशांत क्षेत्र और ग्वाम में चार ह्वासॉन्ग-12 मिसाइल छोड़ने की धमकी दी थी। उत्तर कोरिया की यह धमकी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान के बाद आया था जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर उत्तर कोरिया अमेरिका को धमकी देता है तो उसे और अधिक गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

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