
थाना क्षेत्र के एक गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय की छात्राओं ने बताया कि समायोजन के तहत ट्रांसफर होने से खफा सहायक अध्यापिका अपने ट्रांसफर के लिए प्रधानाध्यापक को जिम्मेदार मानती हैं। इस कारण वह प्रधान अध्यापक से बदला लेना चाहती थी। छात्राओं ने आरोप लगाया कि 14 अगस्त को अध्यापिका ने उन्हें विद्यालय के एक कमरे में बंद कर उनके कपड़े उतरवाए और फिर उनकी वीडियो बनाई। अध्यापिका ने प्रधान अध्यापक पर छेड़छाड़ व अन्य गंभीर आरोप लगाने के लिए दबाव बनाया। सहायक अध्यापिका ने छात्राओं को धमकी भी दी कि यदि उन्होंने प्रधानाध्यापक पर आरोप नहीं लगाए और परिजनों को कुछ बताया तो वह वीडियो सोशल साइट पर वायरल कर देगी।
छात्राओं ने जब यह बात परिजनों को बताई तो उन्होंने आरोपी अध्यापिका के खिलाफ कार्रवाई और अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर उनकी पीड़ा नहीं सुनने तक थाने में धरने पर बैठने की चेतावनी दी। सूचना पर एसडीएम शुभी काकन मौके पर पहुंच परिजनों को समझा बुझाकर शांत किया। उन्होंने अध्यापिका के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए। एसओ मनोज कुमार ने बताया कि एसडीएम के आदेश पर अध्यापिका जया शर्मा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। जय शर्मा के साथी शिक्षकों ने बताया कि वह अपने पति के गौतमबुद्धनगर में किसी बड़े अधिकारी के स्टेनो होने का रोब झाड़ती थी।