दीपक गिजवाल/सोनीपत: GAB GRAMYA VIKAS CREDIT CO-OPERATIVE SOCIETY LTD नामक एक कंपनी द्वारा शहर के 300 सौ लोगों से करोड़ों की ठगी का एक मामला सामने आया है। कंपनी अधिकारियों और एजेंटों ने कंपनी को भारत सरकार का उपक्रम बताकर तथा धन दोगुना करने का वादा कर लोगों से पैसे जमा करवाए, लेकिन किसी का पैसा नहीं लौटाया। अब गोहाना रोड स्थिति छोटूराम चौक के पास स्थित एक बि¨ल्डग में बने कंपनी के कार्यालय पर ताला लटक रहा है। 30 पीड़ित निवेशकों की शिकायत पर कोर्ट कॉम्प्लेक्स पुलिस ने कंपनी से जुड़े आठ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
पीड़ितों में से एक सरस्वती विहार निवासी जयभगवान ने बताया कि गैब ग्राम्य विकास क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड नामक कंपनी वर्ष 2014 में जिले में आई थी। उत्तर प्रदेश गोरखपुर के राप्तीनगर निवासी राजेश कुमार पांडेय उर्फ अष्टभुजा पांडेय इसके संस्थापक चेयरमैन हैं। कंपनी ने अलग-अलग स्कीमों में निवेशकों के धन दोगुना करने का वादा किया था। गैब के पासबुक पर भारत सरकार के सहकारी क्षेत्र का उपक्रम भी लिखा है। निवेशकों के पैसे लेकर कंपनी फरार हो चुकी है। जयभगवान ने बताया कि प्रारंभिक जांच के बाद कोर्ट कॉम्प्लेक्स पुलिस ने कंपनी के चेयरमैन राजेश कुमार पांडेय उर्फ अष्टभुजा पांडेय, जौनपुर निवासी राजकुमार तिवारी, कानपुर निवासी चीफ जनरल मैनेजर गिरीश शर्मा, अनुराग शर्मा,जोनल मैनेजर, जिला के फरमाणा निवासी रामबीर, जयप्रकाश आंतिल, जिला हिसार निवासी विरेंद्र ¨सह पटवाल व जींद के रहने वाले सज्जन कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है।
पैसे देने की बारी आई तो बंद हो गए फोन
जयभगवान ने बताया कि कंपनी में उनके करीब साढ़े चार लाख रुपये जमा हैं। उन्होंने बताया कि मेच्योरिटी का समय पूरा होने के बावजूद कंपनी ने भुगतान नहीं किया। कंपनी के अधिकारियों को कई बार फोन किया लेकिन वे फोन नहीं उठा रहे हैं।
जिले में खुली थी चार शाखा, हजारों ने लगा रखे है पैसे
गैब ग्राम्य विकास, क्रेडिट कोआपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड की उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, बिहार में दो सौ से ज्यादा शाखाएं खुली हुई है। जिनमें से चार शाखा जिले में भी खुली हुई थी। सोनीपत, गोहाना, खरखौदा व गन्नौर में इसी शाखा खुली थी। ठगी का शिकार हुए लोगों का कहना है कि इन शाखाओं में लोगों ने खाते खुलवाकर आरडी, एफडी व डेली बचत के जरिये करोड़ों रुपये लगा रखे हैं।
यूपी मुख्यमंत्री के दरबार मे भी पहुंच चुकी है फरियाद
पुलिस के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि कंपनी का जाल कई राज्यों में फैला हुआ है। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, बिहार सहित अन्य राज्यों में 200 से ज्यादा शाखा खुली हैं। कंपनी द्वारा कई अन्य राज्यों में भी ठगी के मामले सामने आ चुके हैं। कंपनी का संचालक उत्तर प्रदेश गोरखपुर के राप्तीनगर का रहने वाला है। ठगी का शिकार हुए एक व्यक्ति ने बताया कि हरियाणा व अन्य राज्यों में ठगी का शिकार हुए लोग 22 अप्रैल को उत्तरप्रदेश के गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर पर यूपी के मुख्यमंत्री के जनता दरबार में अपनी फरियाद लेकर पहुंचे थे।
योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर में भी हुई है 100 करोड़ की ठगी
गोरखपुर। जनपद गोरखनाथ के गोरखनाथ मंदिर पर मुख्यमंत्री के जनता दरबार में अप्रैल 2117 में अपनी फरियाद लेकर पहुंचे यह लोग कंपनी के अधिकारी, कर्मचारी, एजेंट और निवेशक हैं। 100 की संख्या में मौजूद यह सभी लोग पंजाब, हरियाणा, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों से हैं। इनका आरोप है कि वर्ष 2013 में अस्तित्व में आई गैब ग्राम्य विकास क्रेडिट को-आपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड को इसके चेयरमैन गोरखपुर के राप्तीनगर निवासी राजेश कुमार पाण्डेय उर्फ अष्टभुजा पाण्डेय ने खोला था। कंपनी ने अलग-अलग स्कीमों में निवेशकों के रुपए दोगुना करने का वादा किया था। गैब के पासबुक पर भारत सरकार के सहकारी क्षेत्र का उपक्रम भी लिखा है।
इन लोगों के फंसे हैं पैसे
वहीं कंपनी में निवेश करने वाले उत्तर प्रदेश के औरैया के रहने वाले गैब ग्राम्य विकास क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के कर्मचारी वीर सिंह ने बताया कि 10 से 12 लाख रुपए उनका इस कंपनी में जमा है। उन्होंने बताया कि चार-पांच महीने पहले जब उनकी मैच्योरिटी हुई, तो कंपनी ने भुगतान नहीं किया। जो चेक उन्हें दिए गए थे वह सभी बाउंस हो गए। कंपनी के अधिकारियों ने उन्हें फोन किया, तो वह भी उनके साथ गोरखपुर चले आए। वहीं उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर के रहने वाले पंकज कुमार गुप्ता ने बताया कि उनका 15 लाख रुपए फंसा हुआ है। वह मांग करते हैं कि इसकी सीबीआई जांच कराया जाए। उन्होंने कहा कि यदि उनका पैसा नहीं मिला, तो उनके घर पर जाकर भूख हड़ताल करेंगे और उनके दरवाजे पर जाकर जान देंगे।
मिनी सीएमओ
गोरखनाथ मंदिर के सह कार्यालय प्रबंधक वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि वह लोग न्याय मांगने के लिए सीएम आवास पर आए हैं। उन्होंने बताया कि वह उनका प्रार्थनापत्र शाम तक सीएम कार्यालय पर भेज देंगे। इन लोगों की जो भी मदद हो पाएगी वह करेंगे। वहीं गोरखपुर के एसपी सिटी हेमराज मीणा का कहना है कि उनके संज्ञान में ऐसा कोई मामला नहीं आया है। यदि इस मामले में कोई शिकायत सामने आएगी, तो दोषियों के खिलाफ जांच कर विधिक कार्रवाई करेंगे।