
इस मामले पर एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष जीतू राजौरिया ने आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि आर्यन शर्मा के पास अब एनएसयूआई के कोई पद नही है, इसलिए जेयू में प्रदर्शन नहीं नहीं कर सकते। साथ ही प्रदर्शन के लिए उन्हें जिलाध्यक्ष की अनुमति लेनी चाहिए थी। इससे विवि प्रवंधन में एनएसयूआई की साख खराब होती है।
इधर युवा कांग्रेस के प्रवक्ता आर्यन शर्मा का कहना है कि उन्हें प्रदर्शन के लिए अनुमति की जरूरत नहीं है, वे सक्रिय कार्यकर्ता है और उन पर दो पद की जिम्मेदारी है। फिलहाल यह दलील किसी को पच नही रही है, क्योंकि किसी भी राजनैतिक दल या छात्र संगठन में बिना अनुमित के प्रदर्शन का नियम नही है।
युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष संजय सिंह यादव का कहना है कि मुझसे इस प्रदर्शन के लिए कोई अनुमित नहीं ली गई है, ना मुझे जानकारी है, हम जेयू में प्रदर्शन क्यो करेंगे। जबकि युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आर्यन शर्मा ने कहा कि मुझे प्रदर्शन के लिए किसी की अनुमति की जरूरत नहीं है, मैं खुद एक सक्रिय कार्यकता हू ओर मुझ पर दो पदों की जिम्मेदारी है।
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष जीतू राजौरिया ने कहा कि एनएसयूआई में आर्यन शर्मा का कोई पद नही है, उन्होंने बिना बताए एनएसयूआई के नाम का प्रयोग किया जो गलत है मैं ऊपर इस बात की शिकायत करूँगा।
सूत्र बताते हैं कि युवा कांग्रेस और एनएसयूआई कार्यकर्तओं में आई अंतर्कलह ने कांग्रेस की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं, प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने है ऐसे में कार्यकर्ता अपने निजी हित ओर साख पर कही भी प्रदर्शन कर रहे हैं, तो इसका परिणाम निकट भविष्य में अच्छा नहीं होगा।