
आईजी एटीएस असीम अरुण ने बताया, "काफी दिनों से खबर मिल रही थी ADM ऑफिस से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को सेना से जुड़ी खुफिया इन्फॉर्मेशन लीक की जा रही है। स्टेनो राघवेंद्र उसी डेस्क पर तैनात था, जहां से इन्फॉर्मेशन लीक हो रही थी। इसलिए उसे शक के आधार पर हिरासत में लिया गया और पूछताछ की जा रही है।
डेढ़ महीने से तैनात है स्टेनो
झांसी कलेक्ट्रेट में एडीएम का ऑफिस है। राघवेन्द्र परिहार यहां स्टेनो की पोस्ट पर करीब डेढ़ महीने से पोस्टेड है। इससे पहले वह एसडीएम ऑफिस में था। राघवेन्द्र नई बस्ती पठौरिया (झांसी) का रहने वाला है। उसकी 2003 से 2009 तक झांसी के टहरौली में पोस्टिंग रही। इसके बाद उसका ट्रांसफर झांसी SDM ऑफिस में हो गया। यहां वह डेढ़ महीने तक एसडीएम का स्टेनो रहा। इसके बाद हाल ही में उसका ट्रांसफर एडीएम प्रशासन के ऑफिस में हो गया।
फैमिली के ज्यादातर लोग सरकारी नौकरी में
एक कर्मचारी ने बताया कि राघवेन्द्र का फैमिली बैकग्राउंड अच्छा है। परिवार की आर्थिक स्थिति भी अच्छी है। परिवार के ज्यादातर लोग सरकारी नौकरी में ऊंचे पदों पर हैं। राघवेन्द्र के पिता सेवा योजन ऑफिस में अफसर थे। पिछले साल ही उनकी डेथ हुई। राघवेन्द्र की पत्नी भी सरकारी टीचर है और भाई भी ऑफिसर रैंक पर है। राघवेंद्र के ससुर सहायक निर्वाचन अधिकारी थे, जो अब रिटायर हो चुके हैं।