
जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश से जबलपुर आए वशिष्ठ परिवार के सदस्य पर्यटन स्थल भेड़ाघाट पहुंचे थे। यहां करीब 100 फीट ऊंचाई से नर्मदा का पानी झरने के रूप में नीचे गिरकर आगे प्रवाहित होता है। वशिष्ठ दंपत्ति कैंटीन में बैठे थे, जबकि बेटा विनय वशिष्ठ और बेटी विनीता वशिष्ठ जलप्रताप के पास चट्टानों में चले गए।
बताया जा रहा है कि इस दौरान विनय का पैर फिसला और वह पानी में बहते हुए धुआंधार से नीचे जा गिरा। यह देख विनीता हड़बड़ा गई और भाई को बचाने के लिए उसने भी पानी में छलांग लगा दी। दोनों को बचाने के लिए गोताखोर भी तुरंत नर्मदा नदी में उतर गए। गोताखोरों ने विनय को तो बचा लिया लेकिन जब तक विनीता को पानी से बाहर निकाला जाता तब तक उसकी सांसें थम चुकी थी। पुलिस ने विनीता के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। इस हादसे के बाद विनय गहरे सदमे में है, जबकि परिवार के सदस्य भी बेहद गमजदा है।