
ग्रिल के चलते नहीं भाग पाए स्टूडेंट्स
फायर और रेस्क्यू टीम के डिप्टी डायरेक्टर सोईमन जाहिद ने बताया कि बिल्डिंग में चारों तरफ ग्रिल लगी होने की वजह से स्टूडेंट वहां से भाग नहीं सके। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। माना जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी।
28 साल में सबसे बड़ा हादसा
कुआलालंपुर में धार्मिक स्कूल में आग की 28 साल में यह सबसे बड़ी घटना है। इससे पहले 1989 में केदाह स्टेट के प्राइवेट इस्लामिक स्कूल के 8 हॉस्टल्स में आग लगी थी। इस हादसे में 27 गर्ल्स स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी।
2 साल में 211 बार धार्मिक स्कूलों में लग चुकी आग
स्टार न्यूज पेपर की रिपोर्ट के मुताबिक, फायर और रेस्क्यू डिपार्टमेंट धार्मिक स्कूलों में फायर सेफ्टी से जुड़े उपाय को लेकर कई बार चिंता जता चुका था। 2015 से इन स्कूलों में आग की 211 घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
इन्वेस्टिगेशन की अपील
फेडरल टेरेटरीज डिप्टी मिनिस्टर लोगा बाला मोहन ने घटना पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि हमें पीड़ित परिवारों के प्रति सहानुभूति है। ये पिछले सालों में हुआ सबसे भयानक हादसा है।
उन्होंने कहा कि हम अथॉरिटी से तुरंत इस मामले की इन्वेस्टिगेशन करने की अपील करते हैं, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।