राजेश शुक्ला/अनूपपुर। कार्यालय लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग खण्ड अनूपपुर में जून 2014 से नवम्बर 2014 की अल्प अवधि में कार्यालय के पूर्व कार्यपालन यंत्री व्हीके मरावी प्रभारी मानचित्रकार डीके पचौरी तथा वरिष्ठ लेखा लिपिक आर.जी. पनिका द्वारा मिली भगत करके लगभग 10 करोड़ से भी अधिक की सामग्री बिना निविदा बुलाए बाजार दर से 10 गुना ज्यादा पर खरीद कर शासन को लगभग 5 करोड़ रुपये की आर्थिक छति पहुंचाया। जिसमे आर्थिक अपराध प्रकोष्ट में शिकायत की गई थी। जिसकी जांच रीवा इकाई द्वारा की गई थी।
पूरे मामले में जांच टीम ने पाया कि pvc pipe 15mm एवं अन्य संबंधित सामग्री माह जून 2014 से नवम्बर 2014 तक कि अवधि में नल जल योजना के अंतर्गत घर घर कनेक्शन हेतु विभिन्न फर्मो से कुल 24005 मीटर pvc pipe एवं अन्य सामग्री खरीदने के लिए बिना निविदा आमन्त्रित किए क्रय आदेश जारी किये गये है। नल जल योजना के लिए pvc pipe, solvent, Elbow, Socket आदि के खरीदी में की गई वित्तीय अनियमितता की गणना से पाया गया कि नल जल योजना के अंतर्गत जो सामग्री खरीदी गई उसे यदि बाजार दर पर खरीदा जाता तो लगभग रुपये 1965119 के भुगतान की आवश्यकता होती, लेकिन भ्रष्टाचार के आगे अधिकारियों ने कानून को ठेंगा दिखाते हुए बिना निविदा जारी किये नियम विरुद्ध तरीके से मनमानी फर्मो से मनमानी दरों पर खरीदने के कारण फर्मो को लगभग रुपये 4877005 का भुगतान किया गया।
अतः फर्मो को लगभग रुपये 2911886 का अधिक भुगतान करते हुए शासन को आर्थिक क्षति पहुँचायी गई एवं संबंधित फर्मो एवं स्वयं को आर्थिक लाभ पहुंचाया गया। जांच पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के अधिकारीगण द्वारा म.प्र. भंडार क्रय नियम का पालन न करते हुए तथा सक्षम स्तर से प्रशासकीय स्वीकृति न लेकर तथा बिना निविदा आमंत्रित किए षडयंत्र में सम्मलित फर्मो को सीधे एक ही दिन में छोटे छोटे क्रय आदेश जारी कर बाजार दर से अधिक दर में भंडार क्रय किया जाना एवं फर्मो के संचालको के साथ सांठ गांठ कर आपराधिक षडयंत्र छल व प्रवचना कर शासकीय राशि का दुविर्नियोग कर राशि 2911886/- रुपये का आर्थिक लाभ प्राप्त करना प्रथम द्रष्टया प्रमाणित पाया गया। इस पूरे मामले में आरोपी अधिकारियों के खिलाफ धारा 420,120बी भादवि एवं धारा 13(1)डी,13(2) भ्रनिअ, का प्रकरण थाना आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ म0प्र0 भोपाल में पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है
इस पूरे षडयंत्र में इन अधिकारी एवं इन सभी फर्मो के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध किया गया है
व्ही.के मरावी तत्कालीन कार्यपालन अधिकारी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी,
आर.पी. अहिरवार सहा0 यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी,
एस. पी. द्विवेदी उप यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी,
डी. के.पचौरी तकनीकी शाखा प्रभारी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी,
आर.जी पनिका वरिष्ठ लेखा अधिकारी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी,
बसंत लाल प्रजापति सहायक ग्रेड 3 लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी शामिल हैं।
इस मामले में 7 फर्मो पर भी फर्जीकरण और भ्रष्टाचार एवं आर्थिक घोटाले के तहत मामला दर्ज किया गया है। जिसमे जिला मुख्यालय के 3 भोपाल के और छतरपुर और कटनी के 1-1 व्यापारिक संस्थाओ के प्रोप्राइट्रो पर मामला दर्ज किया गया है। जिसमे भोपाल के
प्रो.मेसर्स अमन इन्टरप्राइजेज भोपाल,
प्रो.मेसर्स डी. के. इंडस्ट्रीज भोपाल,
प्रो.मेसर्स गुप्ता एण्ड कंपनी छतरपुर,
प्रो.मेसर्स शिव इंडस्ट्रीयल कार्पो. कटनी,
प्रो.मेसर्स राज कृषि मशीनरी अनूपपुर,
प्रो.मेसर्स महालक्ष्मी ट्रेडर्स अनूपपुर,
प्रो.मेसर्स सुमित ट्रेडर्स अनूपपुर
एवं अन्य संबंधितो पर मामला दर्ज किया गया।
करोङो के बिल है अटके
लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी के वर्तमान कार्यपालन यंत्री एच एस धुर्वे ने बताया कि इस मामले से संबंधित लगभग कई करोड़ के बिल पास कर भुगतान के लिए पेस किया गया था पर मुझे शक होने पर मैंने उक्त बिलो का भुगतान नही किया और वरिष्ठ कार्यालय से मंजूरी मांगी