नई दिल्ली। गुरमीत राम रहीम सिंह को पहले ही पता चल गया था कि उसे सजा होने वाली है। इसलिए उसने सरकार पर दवाब बनाना शुरू कर दिया था। साध्वियों से रेप के मामले में फैसले से ठीक पहले डेरा प्रवक्ता एवं एमएसजी ग्लोरियस इंटरनेशनल स्कूल, सिरसा के एडमिनिस्ट्र्रेटर दिलावर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को धमका दिया था। दिलावर सिंह ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास किया गया था। पेशी से करीब चार दिन पहले 21 अगस्त को दिलावर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र भेजकर कहा था कि अब अधिक बर्दाश्त नहीं होगा। गुरुजी की आन-बान-शान के खिलाफ कुछ हुआ तो भुगतने के लिए तैयार रहें।
साथ ही प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित एक पत्र भी अपने ट्विटर हैंडलर पर चिपकाया, जिसकी भाषा तल्ख थी। दिलावर ने गुरमीत द्वारा कराए गए समाज सेवा का हवाला देते हुए कहा था कि उन्हें झूठे आरोपों में फंसाया जा रहा है।
सात दिन की रिमांड पर
दिलावर सिंह को शुक्रवार को पंचकूला पुलिस ने कोर्ट में पेश करके सात दिन के रिमांड पर लिया है। उसे गुरुवार को सोनीपत से पकड़ा गया था। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है कि कभी कोई स्कूली छात्रा तो गुरमीत की हवस का शिकार नहीं हुई।
संदेह है कि दिलावर भी गुरमीत तक लड़कियां पहुंचाने में शामिल रहता था। दिलावर से रिमांड के दौरान पुलिस हनीप्रीत और आदित्य के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश करेगी। दिलावर के रिश्तेदारों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है, क्योंकि उन्होंने जानकारी होने के बावजूद पुलिस को उसके बारे में सूचना नहीं दी।