सीधी। अतिथि शिक्षक संघर्ष समिति मप्र की तत्वाधन में जिले में अपनी लम्बित मांग विभागीय पात्रता परीक्षा लेकर नियमितीकरण किये जाने व सत्र 2017-18 मे पुराने अतिथि शिक्षकों को प्राथमिकता देने को लेकर अतिथि शिक्षकों का आन्दोलन भोपाल के शाहजहानी पार्क मे शंभूचरण दुबे की अध्यक्षता सात सितम्बर से होगा। जिसमे मध्यप्रदेश के 51 जिलो से लाखों की तदात मे अतिथि शिक्षक व रसोइया शामिल होंगे। अतिथि शिक्षकों को मध्यप्रदेश सरकार ने सड़क पर ला खड़ा किया है। आज 10 सालों से शासकीय विघालयों मे अपनी सेवा देने वाले अतिथि शिक्षक अब अपनी शाख बचाने मे लगे हुए है।
सरकार को अतिथि शिक्षकों की खुली चुनौती
अतिथि शिक्षकों द्वारा सीधे कहा गया है कि सरकार ने सब को सौगात बांटे पर अतिथि शिक्षकों को आज तक कुछ नहीं दिया। आज तक अतिथियों का कोई शेड्यूल भी नही बना पाये आप।अगर आप के बस के हम नहीं तो खत्म कर दीजिये स्कूल से अतिथि शिक्षकों को। वही कहा गया की ज्ञापन खूब दिए अब ज्ञापन नहीं देगे सिर्फ बताने आ रहे है कि, जो हमारा नहीं-हम उसके नहीं है। इसका परिणाम हम 2018 मे देंगे 7 सितंबर को शिव के टक्कर में संभू भोपाल आ रहे है रोक सको तो रोक लो।
अतिथि शिक्षको संगठन को सरकार द्वारा तोड़ने का प्रयास
ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया मे पूर्व अतिथि शिक्षको को प्राथमिकता नही देकर सरकार अतिथियो को बांटना चाहती है क्योंकि सरकार के द्वारा जारी 24/07/2017 के नोटिफिकेशन के द्वारा अप्रशिक्षित बहार हो जायेगे। जो लोग ded.bed. है अगर प्रतिशत कम है तो वह भी बहार हो जायेगे है जिन लोगो का प्रतिशत ज्यादा है। जो ded/ bed वे अतिथि शिक्षक बनेगे ऐसे मे अतिथि शिक्षकों का पूरा संगठन बिखेरने की योजना सरकार द्वारा बना ली गई है।
अतिथि शिक्षक दस्तावेज सत्यापन के लिए दर-दर भटक रहे
अतिथि शिक्षक दस्तावेज सत्यापन के लिए दर-दर भटक रहे है। मध्यप्रदेश शासन द्वारा अतिथि शिक्षको के लिए नित नये नियम बनाए जा रहे है। जिसके कारण अतिथि शिक्षकों मे काफी नाराजगी है अतिथि शिक्षक सभी उच्चतर माध्यमिक विद्यालयो मे दस्तावेज सत्यापन के लिए सैकड़ो की तादात मे दिखाई दे रहे है। अतिथि शिक्षक सुबह 10 बजे से विद्यालय आकर दस्तावेज सत्यापन के लिए इंतजार कर रहे लेकिन दस्तावेज सत्यापन नही हो पा रहे है कभी लिंक फेल होना बताता है कभी सर्वर फेल कभी कुछ समस्याए बताई जा रही है।
आनलाईन भर्ती मे आधार कार्ड अनिवार्य नही था। अब नित नए नियम निकालते हुए अब आधार कार्ड अतिथि शिक्षक दस्तावेज सत्यापन मे आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है। अब आधार कार्ड के माध्यम से दस्तावेज सत्यापन किया जाना है अतिथि शिक्षको के मोबाईल पर अलग-अलग अंग्रेजी के बडे-बडे अक्षरो वाला चार अंको का सत्यापन कोड का संदेश आ रहा है। जिस कोड को सर्व प्रथम संकुल प्राचार्य को दिखाया जाना है। जहां पर सत्यापन कोड दिखाने पर आनलाइन दस्तावेज सत्यापन होगा लेकिन सबसे बडी मुसीबत महिलाओ के लिए है। जो अविवाहित होने के पूर्व अतिथि शिक्षक कार्य मे संलग्न रही महिलाए शादी के बाद उनका सरनेम बदल जाता है और उसी आधार पर बदले हुए सरनेम के आधार पर महिलाओ का आधार कार्ड बना हुआ है।
आनलाइन दस्तावेज मे पाण्डेय दिया था लेकिन शादी के बाद सरनेम बदलकर तिवारी हो गया और उसी आधार पर उनके दस्तावेज दो नाम के हो जाते है। अब नए नियम के तहत आधार कार्ड जरूरी हो गया है। आधार कार्ड और दस्तावेज दो अलग-अलग सरनेम होने के कारण पोर्टल स्वीकार नही कर रहा है। ऐसे महिला अतिथि शिक्षको का दस्तावेज सत्यापन नही हो पा रहा है जिस कारण महिलाए अतिथि शिक्षक हैरान परेशान भूखे प्यासे भटक रही है।