भारत में रसोई गैस 8 रुपए और बिना सब्सिडी वाली 74 रुपए महंगी हुई

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपील की थी कि वो सब्सिडी छोड़ दें। लोगों ने उनकी अपील पर ध्यान नहीं दिया। अब सरकार रसोई गैस से सब्सिडी ही समाप्त कर रही है। इसी क्रम में रसोई गैस सिलेण्डर पर 8 रुपए बढ़ा दिए गए हैं और गैर-सब्सिडी वाले सिलेंडर में 74 रुपए की बढ़ोतरी की है। नई दरें शुक्रवार से लागू हो गईं। सरकार ने कहा था कि हर महीने सब्सिडी वाले सिलेंडर के रेट 4 रुपए बढ़ेंगे। इंडियन ऑयल कंपनी के मुताबिक, दिल्ली में सब्सिडी वाला सिलेंडर अब 487.18 रुपए का मिलेगा। अभी तक यह 479.77 रुपए का था। 

केंद्र ने सिब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत अगले साल मार्च तक हर महीने 4 रुपए बढ़ाने का ऑर्डर दिया था। ऐसा कर सरकार मार्च, 2018 तक घरेलू गैस सिलेंडरों पर मिल रही छूट खत्म कर रही है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अगस्त में संसद में कहा था, ''पिछले साल सरकार ने ऑयल कंपनियों को सब्सिडी पर मिलने वाले सिलेंडरों (14.2 KG) के दाम हर महीने 2 रुपए बढ़ाने का ऑर्डर दिया था, लेकिन अब इसे 4 रुपए कर दिया है।'' यानी अगले साल मार्च तक सिलेंडर की कीमत 32 रुपए बढ़ेगी।

कितने का मिलेगा सिलेंडर?
नए रेट के मुताबिक, दिल्ली में अब गैर-सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर 597.50 रु. का मिलेगा। पहले इसकी कीमत 524 रुपए थी। सरकार एक फाइनेंशियल ईयर में सब्सिडी दरों में कंज्यूमर को 14.2 किलो वाले 12 सिलेंडर सब्सिडी दरों पर देती है। इससे ज्यादा सिलेंडर लेने पर गैर-सब्सिडी की कीमत अदा करनी होती है।

जुलाई में कितना रेट बढ़ा?
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, मई में जारी सरकार के नए ऑर्डर और जीएसटी लागू होने के बाद ऑयल कंपनियां दो बार सिलेंडरों के दाम बढ़ा चुकी हैं। जुलाई में सिलेंडर एक साथ 32 रुपए महंगे हुए, जो पिछले 6 साल में सबसे ज्यादा था।

सब्सिडी पाने वाले कितने कंज्यूमर?
देशभर में 18 करोड़ के ज्यादा कंज्यूमर एलपीजी सब्सिडी का फायदा ले रहे हैं। इनमें पिछले एक साल के दौरान प्रधानमंत्री उज्ज्वला स्कीम के तहत बांटे गए 2.5 करोड़ कनेक्शन भी शामिल हैं। इसके अलावा 2.66 करोड़ कंज्यूमर गैर-सब्सिडी सिलेंडर इस्तेमाल करते हैं।

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