भोपाल। मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने सरकारी अस्पतालों को तो बर्बाद कर ही दिया है अब स्कूलों को भी खत्म करने की कवायद चल रही है। सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी के अध्यापक नियुक्त नहीं किए गए, 4 साल से संविदा शिक्षक भर्ती अटकी हुई है। यहां तक कि अतिथि शिक्षक भी नहीं रखे। अब बच्चों को रेडियो से अंग्रेजी सिखाइ जा रही है। तुर्रा तो देखिए, शिवराज सिंह सरकार इसे अपना नायाब फार्मूला मान रही है।
सरकार कक्षा एक से आठ तक के स्कूली बच्चों को अंग्रेजी रेडियो से अंग्रेजी पढ़ा रही है। प्रदेश के आकाशवाणी केंद्र से इंग्लिश इज फन लेबल-1 कक्षा 1 और 2 के लिए सोमवार से शुक्रवार प्रतिदिन दोपहर 12 से 12.30 बजे तक, इंग्लिश इज फन लेबल-2 दोपहर 12.30 से दोपहर एक बजे तक कक्षा 3 से कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए प्रत्येक सोमवार से बुधवार तक प्रसारित किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश के स्कूलों में 50 हजार से ज्यादा शिक्षकों की कमी है और अंग्रेजी पढ़ाने वाले शिक्षकों की तो बहुत अधिक कमी है। सरकार ने भर्तियां नहीं की। उसका कहना है कि कि रेडियो के माध्यम से यदि बच्चे अंग्रेजी सीख सकते हैं तो इसमें कोई बुराई नहीं है।
जिन प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में रेडियो नहीं हैं उन स्कूलों में तत्काल रेडियो भी खरीदे गए हैं। साथ ही शिक्षकों को भी रेडियो कार्यक्रम का महत्व बताने के लिए कहा गया है। जिससे वे रेडियो फेमिलियर हो सके। शिक्षकों का कहना है कि इस कार्यक्रम के कारगर परिणाम निकल और बच्चों को अंग्रेजी सीखने में मदद मिल रही है। सरकार का कहना है कि यदि ये प्रयोग कामयाब हुआ तो सरकार को विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की कमी से निजात मिल जाएगी क्योंकि अंग्रेजी के बाद दूसरे विषय भी इसी तरह सिखाए जा सकेंगे।