जबलपुर। गुरुजी की तरह पात्रता परीक्षा लेकर संविदा शिक्षक बनाने की मांग को लेकर अतिथि शिक्षकों ने मंगलवार को ग्वारीघाट (उमाघाट) में नर्मदा नदी में जलसत्याग्रह शुरू किया। दो दिनों तक किए जाने वाले जलसत्याग्रह आंदोलन में प्रदेश भर से करीब 8 हजार अतिथि शिक्षक शामिल हुए हैं। मध्यप्रदेश सरकार अतिथि शिक्षकों को न्यूनतम 2400 रुपए का वेतन देकर शोषण कर रही है। संविदा शिक्षक बनाने की एक सूत्रीय मांग को लेकर सभी ने सुबह 11 बजे से उमाघाट में जलसत्याग्रह शुरू किया।
अतिथि शिक्षकों की तरह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी नियमित वेतनमान की मांग को लेकर जल सत्याग्रह किया। इसमें प्रदेशभर से 2 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सम्मिलित हुए। इसके बाद 27 तारीख को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा जाएगा, फिर भी मांग पूरी नहीं हुई तो चित्रकूट चुनाव में भाजपा को हराने के लिए प्रचार-प्रसार करेंगे। इधर राधेश्याम जुलानिया से नाराज पंचायत सचिवों तय किया है कि वो मुंगावली में आने वाले विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के खिलाफ प्रचार-प्रसार करेंगे।
बता दें कि शिवराज सिंह सरकार ने मध्यप्रदेश संविदा शिक्षक भर्ती में अतिथि शिक्षकों को 25 प्रतिशत कोटा दिए जाने का ऐलान किया है परंतु अतिथि शिक्षक इससे खुश नहीं हैं। उनका कहना है कि जिस तरह से गुरूजियों को संविदा शिक्षक बनाया गया था, उसी प्रकार उनके भी आदेश जारी किए जाएं।