नई दिल्ली। संत समाज की सबसे बड़ी और मान्यता प्राप्त संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने आसाराम को फर्जी संत घोषित कर दिया है। आसाराम एक अबोध छात्रा के यौन उत्पीड़न का आरोपी है और 4 साल से जोधपुर जेल में बंद है। आखाड़ा परिषद के फैसले के बाद जब आसाराम से इस बारे में प्रतिक्रिया मांगी गई तो आसाराम ने कहा 'मैं गधा हूं, मैं गधे की श्रेणी में आता हूं।
जेल में बंद आसाराम अपने बारे में चलने वाली मीडिया की खबरों से पूरी तरह अपटेड रहता है। आसाराम जब आज जोधपुर के कोर्ट में पहुंचा तो कहा कि बोलूं तो मरुं और न बोलूं तो मरुं। आसाराम के बारे में खबर चली थी कि जेल में मीडिया से हर मसले पर अपनी राय रखनेवाले आसाराम ने राम रहीम के जेल जाने के बाद से चुप्पी साध ली है। दो दिन पहले भी देश में साधु-संतों की शीर्ष संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की ओर से फर्जी घोषित किए जाने पर जब आसाराम से सवाल पूछे गये तो वह होठों पर उंगली रखे चुपचाप जेल के वैन में बैठ गया था।
वहीं जब आसाराम ने अब अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा "न्यूरो की तकलीफ के कारण भयंकर दर्द हो रहा था। इस कारण मैं चुप रहा और कहते हैं कि मैंने बहाना बनाया। आज ठीक है तो बोल रहा हूं। बोलूं तो मरूं और न बोलूं तो मरूं"। ऐसा कहते हुए आगे बढ़ गया। फर्जी बाबा के सवाल पर फिर कन्नी काट ली और बिना किसी सवाल का जवाब दिए जेल के वैन में बैठ गया।