पिछले कुछ महीनों में, कमल हासन तमिलनाडु की राजनीति को लेकर काफी मुखर रहे. राजनीति पार्टी में प्रवेश के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी किसी राजनीतिक पार्टी में प्रवेश की योजना नहीं है। अभिनेता-फिल्मकार कमल हासन की खुद की पार्टी बनाने की अफवाहों के बीच अभिनेता ने शुक्रवार को कहा कि रिसॉर्ट में आराम फरमाने वाले नेताओं को वेतन नहीं दिया जाना चाहिए. कमल हासन ने कहा काम नहीं तो पैसा नहीं, उन्होंने कहा कि 'तमिलनाडु की राजनीति में बदलाव आ सकता है और मैं उस बदलाव को लाना चाहता हैं, चाहे यह कितना भी धीरे क्यों ना हो. कमल ने कहा- मैं वादा करता हूं कि मैं बदलाव की प्रक्रिया शुरू करूंगा. किस पार्टी को ज्वाइन करेंगे इस प्रश्न पर कहा: मैं इतना कह सकता हूं कि मुझे भगवा रंग पसंद नहीं है
कमल की चुनावी महत्वाकांक्षा स्पष्ट दिखी. उन्होंने कहा- या तो मुझे वोट न दें या दें तो सत्ता से बेदखल करने के लिए पांच साल तक इंतजार न करें. अगर मैं काम न कर पाऊं तो मुझे तुरंत सत्ता से हटा दें. राजनीति से भ्रष्टाचार को खत्म करना कमल हासन की प्राथमिकता होगी. उन्होंने कहा- या तो मैं जाऊंगा या राजनीति से भ्रष्टाचार. दोनों एक साथ नहीं रह सकते.
हालांकि कमल हासन ने इस तरफ भी इशारा किया कि किसी भी राजनीतिक दल से उनकी विचारधारा मेल नहीं खाती. उन्होंने कहा- हर राजनीतिक दल की कोई विचारधारा होनी चाहिए. लेकिन मुझे नहीं लगता कि राजनीति में मेरा लक्ष्य किसी भी राजनीतिक दल से मेल खाता है. इससे तो यह पक्का होता दिख रहा है कि वो अपनी नई पार्टी बनाएंगे.
खबरों के मुताबिक, कमल हासन सीपीएम के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी के संपर्क में हैं. इस हफ्ते की शुरुआत में लेफ्ट ने कहा था कि वो कमल हासन को अपने मेगा कांग्रेस के सेशन में बुलाने का प्लान कर रहे हैं. कमल हासन ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से भी मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद कमल हासन ने कहा था- मैं इतना कह सकता हूं कि मुझे भगवा रंग पसंद नहीं है. लेफ्ट के ज्यादातर सदस्य मेरे हीरो हैं.
इससे पूर्व कमल हासन ने पत्रकार-सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या की निंदा करते हुए कहा था कि बंदूक की गोली से किसी को चुप कर देना बहस का कोई हल नहीं है. कमल ने ट्विटर पर लिखा था कि बंदूक से मुंह बंदकर बहस में जीतना सबसे बुरी जीत है. गौरी के निधन से दुखी सभी लोगों के साथ मेरी संवेदना. उन्होंने पिछले सप्ताह ट्विटर के माध्यम से एक राजनीतिक दल बनाने का संकेत दिया था लेकिन यह भी स्पष्ट किया था कि वह दक्षिणपंथी 'भगवा' के साथ सहयोग नहीं करेंगे. मंगलवार की रात गौरी लंकेश के बेंगलुरु स्थित घर पर अज्ञात हमलावरों द्वारा उनकी हत्या कर दी गई.