
सिन्हा ने जेटली को करारा जवाब दिया है। सिन्हा ने कहा कि जिन्होंने लोकसभा की शक्ल नहीं देखी, वे मुझ पर नौकरी मांगने का आरोप लगा रहे हैं। सिन्हा ने कहा कि जेटली ने कहा कि मैं नौकरी तलाश रहा हूं। वह मेरा बैकग्राउंड भूल गए हैं। वह भूल गए हैं कि मेरी 12 साल की आईएएस की नौकरी बाकी थी और मैंने सब छोड़कर भाजपा की सेवा की। आज कोई कहे कि मैं 80 साल की आयु में नौकरी मांग रहा हूं तो यह सही कैसे हो सकता है?
मंत्री पद ठुकराया था
सिन्हा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 1989 में वीपी सिंह देश के पीएम थे, उन्होंने मुझे शपथ के लिए राष्ट्रपति भवन बुलाया था। मैं बिना शपथ के वापस आ गया क्योंकि मुझे लगा कि वह मेरे साथ न्याय नहीं कर रहे। मैंने मंत्री पद का त्याग किया, आईएएस का पद छोड़ दिया और मुझे अपना चुनाव क्षेत्र चुनने में कोई तीस साल नहीं लगे। नौकरी छोड़ने के 15 दिन के अंदर संसदीय क्षेत्र चुन लिया था।
अरुण जेटली ने कभी चुनाव न जीत पाने पर तंज कसते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा कि मैंने आईएएस की नौकरी छोड़ने के 15 दिनों के भीतर अपने लिए एक संसदीय क्षेत्र का चुनाव कर लिया था। वे 30 साल बाद भी एक लोकसभा सीट की तलाश में हैं। सिन्हा ने कहा कि जेटली कभी लोकसभा में नहीं रहे, इसलिए उन्हें पता नहीं है कि लोगों की अपेक्षाएं क्या होती हैं और समस्याएं क्या होती हैं।
पनामा मामले में भी उठाया सवाल
इसके साथ ही पूर्व वित्त मंत्री सिन्हा ने कहा कि पनामा पर भारत में कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि इस बारे में ज्यादा जानना है तो आप राम जेठमलानी से संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने इस मामले में पीएम मोदी को 9 पेज का पत्र भी लिखा था।