जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे इस समय भारत के दौरे पर है जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब भी उनके शिंजो आबे से अच्छे रिश्ते थे तथा आज जिस तरह से अहमदाबाद हवाई अड्डे में गले लगाकर उन्होने आबे की आगवानी की वो इन दो बड़े नेताओं के बीच ग्रहों जो केमेस्ट्री है वह बताने के लिये काफी है। वास्तव में एक जैसे ग्रहयोग ही आपको क़रीब लाते है। आबे का जन्म 21 सितम्बर 1954 को हुआ वहीं नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितम्बर 1950 को हुआ। जो लोग 15 सितम्बर से 15 अक्टूबर के बीच जन्मते है उनकी पत्रिका में बुध ग्रह की उच्च राशि का बुधादित्य योग बनता है। दोनो की पत्रिका में यह योग बन रहा है। जिसके दोनो के सम्बंध में मज़बूती तथा आपसी सहयोग दिख रहा है। दोनों को व्यापारिक तथा राजनैतिक नज़रिया एक जैसा है।
राशि में नवपंचम योग
आबे की राशि कर्क तथा मोदीजी की राशि वृश्चिक है। इन दो राशियों के बीच नवपंचम यानी एक राशि दूसरी राशि से नवम (भाग्य) तथा पंचम (शिक्षा,मित्र) है दो राशियों के बीच यह श्रेष्ठ योग आता है इस कारण आबे और मोदी का लगाव कुछ खास है।
दोनो की पत्रिका में खास योग
आबे मंगोल देश (जापान) के प्रधानमंत्री हैं। उनकी कुंडली में गुरुचंद्र का गजकेसरी योग, शुक्र शनि का महल योग तथा सूर्यबुध का बुधादीत्य योग है। वही मोदीजी की पत्रिका में चंद्र मंगल का लक्ष्मी योग, सूर्य बुध का बुधादीत्य योग विद्यमान है।मोदीजी का बुधादीत्य योग उन्हे पूर्व दिशा से खास व्यापारिक सफलता मान सम्मान दिला रहा है वही राशि स्वामी मंगल के साथ सम्बंध मंगोल देश जापान से खास सफलता दिला रहा है।
आबे का गजकेसरी योग उन्हे भारत जैसे धर्मप्रधान देश से जोड़ रहा है। वही डॉकलाम जैसे मुद्दे पर जापान का खुलकर भारत के पक्ष में आना उनका भारत से विशेष लगाव को इंगित करता है।
आगे का समय
आबे को 2018 से सूर्य की दशा प्रारम्भ होगी जो उन्हे विश्वस्तर पर मान सम्मान तथा ख्याति देंगी। वही नरेंद्रमोदी को 2019 से मंगल की दशा लगने वाली है। दोनो के ग्रहयोग तथा दशाकर्म भविष्य के बेहतरीन तालमेल को दिखाते है। आगे चलकर ये जोड़ी विश्व राज़नीति में अलग मुकाम हासिल कर दोनो देशों की जनता के लिये अच्छे भविष्य का निर्माण करेंगे।
प.चंद्रशेखर नेमा"हिमांशु"
9893280184,7000460931