भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित आसाराम आश्रम में एक सेवादार की फांसी पर झूलती हुई लाश मिली है। शव के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस इसे आत्महत्या मानकर जांच कर रही है परंतु पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि यह आत्महत्या है या कुछ और। घटना गांधीनगर में बने आसाराम आश्रम की है। मृतक मूल रूप से झाबुआ का रहने वाला था।
दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद आसाराम के भोपाल आश्रम में सेवादार की लाश फांसी पर झूलती मिली है। घटना गांधी नगर इलाके की है। पुलिस इसे आत्महत्या मान रही है परंतु खुदकुशी के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। मूल रूप से झाबुआ का रहने वाला धीरज किरार जुलाई में यहां सेवादार के रूप में आया था। बुधवार देर शाम धीरज को फोन पर बात करते हुए देखा गया। इसके बाद वह आश्रम स्थित अपने कमरे में चला गया। साथी सेवादारों ने कुछ देर बाद उसे फंदे पर लटका देखा।
बताया जा रहा है कि फोन से उसने आखिरी बार अपने घर पर बात की थी। परिजनों के आने के बाद पता चलेगा कि उनसे क्या बात हुई। फिलहाल, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए हमीदिया अस्पताल भेज दिया है। पुलिस मौत के कारणों की जांच कर रही है। मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।