भोपाल। मध्यप्रदेश में किसान एक बड़ा राजनैतिक मुद्दा बन गया है। कल तक मध्यप्रदेश के 33 जिलों में औसत से कम वर्षा की खबरें आ रहीं थीं। सूखे के हालात बन गए हैं। इसी के चलते भाजपा ने तय किया कि इससे पहले दूसरे किसान संगठन या कांग्रेस मध्यप्रदेश के विभिन्न इलाकों को सूखा घोषित करने की मांग करें, यह मांग अपने ही संगठन से करवा ली जाए। इसी रणनीति के चलते भाजपा किसान मोर्चा ने प्रदेश भर में प्रदर्शन कर इलाकों को सूखा घोषित करने की मांग की। हालांकि, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रणवीर सिंह रावत उस तरह का प्रदर्शन नहीं कर पाए जैसी उम्मीद थी परंतु औपचारिकताएं पूरी हुईं। आज उनके प्रायोजित प्रदर्शन पर पानी फिर गया।
नवरात्रि के पहले दिन पूरे प्रदेश में जो बारिश शुरू हुई तो शाम तक चलती ही रही। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण यह बारिश हो रही है। कई इलाकों में पिछले 3 दिन से हो रही है। भोपाल भी सूखा प्रभावित की श्रेणी में आ रहा है लेकिन बीते 24 घंटे में भोपाल में 55 सेमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि आने वाले 24 घंटों में भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आगामी 24 घंटों में भोपाल, इंदौर, होशंगाबाद, ग्वालियर और चंबल संभागों में भारी, जबकि हरदा, बुरहानपुर, खरगौन, खंडवा, उज्जैन, देवास, शाजापुर, सीहोर, राजगढ़, गुना शिवपुरी और अशोकनगर में बहुत भारी बारिश हो सकती है। ये वही इलाके हैं जहां किसान मोर्चा प्रदर्शन कर रहा था।