मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुजुर्गों को स्नेह और सम्मान देने के लिए वृद्धावस्था पेंशन से लेकर तीर्थदर्शन योजना चला रखी है लेकिन उनकी ही पार्टी के जिला स्तर के नेता ने अपने बुजुर्ग मां-बाप को घर के बाहर फेंक दिया। मामला ग्वालियर शहर का है जहां बीजेपी किसान मोर्चा के मंडल अध्यक्ष केशवसिंह राजपूत ने कथित तौर पर अपने माता-पिता को घर से बाहर कर दिया। बुजुर्ग माता-पिता बीते 48 घंटे से घर के बाहर की आंसू बहा रहे हैं। दोनों ने सड़क पर रात बिताई हैं।
केशव सिंह राजपूत ग्वालियर में भाजपा किसान मोर्चा का मंडल अध्यक्ष है। लक्ष्मीगंज के सनशाइन टावर इलाके में उनका मकान है। जहां उन्होंने माता-पिता को घर से बाहर कर दिया। इन हालातों में बीते 48 घंटे से बुजुर्ग दंपति घर के बाहर धूप में ही पड़े है। बुजुर्ग सुल्तान सिंह के चार बेटे हैं, चारों को संपत्ति का बंटवारा कर दिया। ग्वालियर के लक्ष्मीगंज इलाके का ये मकान केशव के पिता सुल्तान सिंह के नाम हैं, जिसे सुल्तान ने छोटे बेटे गजेंद्र सिंह के नाम कर दिया था। लेकिन अब केशव ने बुजुर्ग माता-पिता और छोटे भाई को मकान में घुसने नहीं दिया।
छोटे भाई गजेंद्र ने बताया कि माता-पिता को बेदखल करने की घटना की उन्होंने जनकगंज में शिकायत की लेकिन पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई नहीं की। गजेंद्र का कहना है कि बड़ा भाई केशव राजनीतिक रसूख के चलते माता-पिता और उसको परेशान कर रहा है। माता-पिता को घर से बेदखल करने वाला बीजेपी किसान मोर्चा मंडल अध्यक्ष केशव सिंह तरह-तरह की कहानी बयां कर रहा है। केशव का कहना है कि उसने माता-पिता को घर से बाहर नहीं निकाला है।
केशव का तो ये कहना है कि उसको पता ही नही कि माता-पिता घर से बाहर है। माता-पिता गांव में रहते है। उधर मामला सुर्खियों में आने के बाद भाजपा में भी खलबली मची हुई है। भाजपा के जिला पदाधिकारियों ने केशव सिंह मामले में जवाब-तलब किया है।
भाजपा के नेताओं का कहना है कि भाजपा के सीएम बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा चलाते है। ऐसे में अगर ग्वालियर में पार्टी का नेता माता-पिता के साथ इस तरह का बर्ताव करता है तो उचित नहीं है। सभी पहलुओं की जांच के बाद संगठन के द्वारा केशव सिंह के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।