
भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री रह चुके सिन्हा ‘‘अर्थशास्त्री नहीं, अनर्थशास्त्री हैं’’ मस्त ने कहा, ‘‘किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि वह क्या कह रहे हैं, बल्कि इस बात पर विचार करना चाहिए वह ऐसा क्यों कह रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सिन्हा को दुख किसी और बात का है, लेकिन बोल कुछ और रहे हैं।’’
जब सिन्हा के बेटे और मोदी सरकार में मंत्री जयंत सिन्हा की ओर से सरकार का बचाव किए जाने के बारे में मस्त से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें जिन चीजों पर घर में चर्चा करनी चाहिए थी, उसके बारे में वे सरेआम बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह अजीब बात है कि पिता और पुत्र अखबारों एवं लेखों के जरिए एक-दूसरे से बातें कर रहे हैं, जबकि उन्हें घर में चाय पर चर्चा के दौरान इन मुद्दों पर निजी तौर पर बातचीत करनी चाहिए थी।’’