
दिलीप के खिलाफ व्यापमं घोटाले की जांच कर रही एसटीएफ ने प्रकरण दर्ज किया था, लेकिन वह फरार चल रहा था। एसटीएफ द्वारा दर्ज किए गए प्रकरण में आरोप है कि दिलीप गुप्ता ने मूल परीक्षार्थियों, व्यापमं के अधिकारियों व अन्य लोगों के साथ मिलकर ओएमआर शीटों में गड़बड़ी कर परीक्षार्थियों को फायदा पहुंचाया। दिलीप ने परीक्षार्थियों, व्यापमं के अधिकारियों व स्कोरर के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाई थी।
भोपाल में संपत्ति कुर्क हो चुकी है
भोपाल में कोर्ट के निर्देश पर व्यापमं घोटाले के आरोपी दिलीप गुप्ता की अगस्त 2014 में संपत्ति कुर्क कर ली गई थी। टीटी नगर नजूल वृत के तहसीलदार आरएल बागरी ने शाहपुरा स्थित अमन अपार्टमेंट में फ्लैट नंबर टी-1 कुर्क किया था। उल्लेखनीय है कि व्यापमं में दुग्ध संघ भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप दिलीप गुप्ता पर लगा है। वो फरार घोषित किया गया है।